कुलदीप को ''बिश्नाई रत्न'' दिए जाने पर समाज के लोगों ने जताया रोष, कहा- ऐसा क्या करके दिखाया है?

8/13/2020 1:21:41 AM

हिसार (विनोद सैनी): हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री चौधरी भजनलाल के पुत्र व आदमपुर के कांग्रेसी विधायक कुलदीप बिश्नोई को बिश्नोई रतन देने के मामले में बिश्नोई समाज के लोगों में ही विवाद उत्पन्न हो गया है। इसको लेकर बिश्नोई समाज के लोगों ने रोष व्यक्त है। जन्माष्टमी पर बिश्नोई मंदिर में कुलदीप बिश्नोई को रतन दिए जाने के विरोध में आदमपुर के बीजेपी नेता मनोज पाल के नेतृत्व में बिश्नोई समाज के लोगों ने मुंह पर काली पट्टियां बांध कर रोष प्रदर्शन किया।

मनोजपाल ने सवाल उठाते हुए कहा कि कुलदीप बिश्नोई को ही क्यों दिया गया है बिश्नोई रतन अवार्ड। बिश्नोई समाज के काफी अन्य लोग जिन्होंने समाज हित के लिए काफी जनहित नेक कार्य किए हैं। वे इस अवार्ड के हकदार हैं। कुलदीप बिश्नोई इस अवार्ड के हकदार नहीं है। मनीराम गोदारा के भांजे व आदमपुर से बीजेपी नेता मनोज पाल बिश्नोई ने आरोप लगाते हुए कहा कि कुछ कथित लोगों ने राजस्थान के मुकाम में बिश्नोई रतन की उपाधि कुलदीप बिश्नोई को दी है। इसमें समाज के सभी लोगों की सहमति नहीं है।

उन्होंने सवाल उठाते हुए कहा कि कुलदीप बिश्नोई ने ऐसा क्या काम कर दिया कि उन्हें यह उपाधि दी गई? उन्होंने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री चौधरी भजनलाल को बिश्नोई रतन की उपाधि दी गई थी, उन्होंने जनहित मे सामाजिक व विकास कार्य करवाए तथा बिश्नोई समाज के लिए काम सदैव काम किए थे, पंरतु कुलदीप ने ऐसा क्या करके दिखाया है?



मनोजपाल ने कहा कि भूपेंद्र कुमार खिचड़ जिन्होंने ढाका व पाकिस्तान पर दुश्मनों पर अटैक करने का काम किया था। इनकों दो बार वीर चक्र मिल चुके हैं, महाराष्ट्र के पूर्व डीजी केएस बिश्नोई को, लेफ्टिनेंट जरनल स्व. एमएल खिचड़, राजस्थान के इस्पेक्टर विष्णुदत बिश्नोई के परिजनों को, फ्रंास निवासी ब्रोनो बिश्नोई, विधायक सहीराम धारणीय जो 1957 में विधायक रहे और बिश्नोई समाज के राष्ट्रीय स्तर पर अध्यक्ष रहे हैं, जिन्होंने मुकाम मंदिर बनाने में शुरुआती नींव रखी थी। सलमान के हिरण मामले में केस लडऩे वाले अधिवक्ता व उनके गवाह पूनम चंद को बिश्नोई रतन क्यों नहीं दिया गया? 

मनोजपाल ने कुलदीप पर निशाना साधते हुए कुलदीप बिश्नोई को ऐसा लगा है कि उनका राजनैतिक ग्राफ नीचे आ रहा है। ऐसे में कुछ प्रतिष्ठित लोगों के साथ मिलकर राजस्थान के मुकाम में बड़ी-बड़ी गाडिय़ों के काबिले के साथ जाकर बिश्नोई रतन ले लिया। उन्होंने आरोप लगाया कि राजनीतिक साजिश के तहत हिसार के बिश्नोई मंदिर के प्रधान को हटाया गया। मनोज पाल ने स्पष्ट किया है कि बिश्नोई रतन देने को लेकर बिश्नोई समाज के लोगों की बीच आवाज उठाई गई थी तब लोगों यहां आकर रोष प्रदर्शन किया है।

उन्होंने कहा कि यहा भी पूछा जाएगा कि उपलब्धि पर कुलदीप बिश्नोई को किस आधार उपलब्धि पर बिश्नोई रतन दिया गया है। वे इस मामले को बिश्नोई समाज की पंचायत में लेकर जाएंगे और लोगों से बकायदा वोटिंग करवाई जाएगी क्या कुलदीप बिश्नोई को बिश्नोई रतन दिया है क्या यह सही दिया गया है गलत? उल्लेखनीय है कि मुक्ति मुकाम में कुलदीप बिश्नोई को बिश्नोई रतन की उपाधि देकर उन्हें स्मृति चिन्हे मैडल देकर सम्मानित किया गया था।

Shivam