यमुना के बीच टापू पर फंसे लोग, प्रशासन करवा रहा पलायन

7/30/2018 10:35:35 PM

फरीदाबाद(अनिल राठी): हरियाणा के हथनी कुंड बैराज से लगभग 5 लाख क्यूसिक पानी छोड़े जाने के बाद अब दिल्ली के साथ-साथ बल्लभगढ़ में भी यमुना का जल स्तर बढऩे लगा है। जिसके चलते यमुना के बीच टापू पर अपना घर बना कर रह रहे कुछ लोगों को जिला प्रशासन ने पुलिस की मदद से सुरक्षित बाहर निकालने में कामयाबी हासिल की है। वहीं जिला प्रशासन ने यमुना किनारे रहने वाले सभी गांवों में मुनादी करवा कर सभी को अलर्ट रहने की सलाह दी है।



यमुना जलस्तर बढऩे के बाद बल्लमगढ़ में भी यमुना किनारे के कुछ गांवों पर खतरा बढऩे लगा। इसी के चलते आज यमुना के बीच टापू पर अपना घर बना कर रह रहे कुछ लोगों को जिला प्रशासन ने पुलिस की मदद से सुरक्षित बाहर निकाला गया। पुलिस के मुताबिक टापू पर कई परिवार अपना घर बना कर रह रहे थे, उन्हें यमुना का जलस्तर बढऩे और खतरे की चेतावनी भी दी गई थी लेकिन वह वहां से छोड़कर आने को तैयार नहीं थे लेकिन आज जब वह यमुना का जलस्तर बढऩे के चलते बीच  में फंस गए तब उन्हें स्टीमर की मदद से सामान सहित बाहर निकला गया।



गौरतलब है कि 28 जुलाई को हरियाणा के हथिनी कुंड बैराज से 6 लाख क्यूसेक से अधिक पानी छोड़ा गया है, जिसके बाद अब यमुना किनारे रहने वाले लोगों पर यमुना के कहर का खतरा मंडराने लगा है। जिसके चलते दिल्ली के बाद अब बल्लभगढ़ प्रशासन भी अलर्ट मोड पर है।  जिला प्रशासन ने एनडीआरएफ की टीम फरीदाबाद और बल्लभगढ़ के एसडीओ सहित पुलिस और सरपंच यमुना की स्थिति पर लगातार नजर बनाए हुए हैं। 

किसानों की माने तो उनकी फसलों पर लगभग 60 फीसदी असर पड़ा है उनकी 5 से 6 हजार एकड़ में खड़ी फसल यमुना की चपेट में आने से बर्बाद हो गई है। ज्यादातर धान ,कपास और  बाजरा की फसल थी। 

Shivam