सिविल हॉस्पिटल में एक-एक बूंद पानी के लिए तरस रहे लोग, कोई भी अधिकारी नहीं ले रहा सुध

3/25/2023 4:25:53 PM

करनाल: शहर में कल्पना चावला मेडिकल कॉलेज व सिविल हॉस्पिटल में पानी बड़ा संकट खड़ा हो गया है। एक-एक बूंद पानी के लिए डॉक्टर,मेडिकल स्टूडेंट और मरीज तरस रहे है, लेकिन कोई भी अधिकारी सुध नहीं ले रहा है। वहीं इस समस्या से निपटने के लिए टैंकर भी मंगवाना पड़ा। जिसके बाद मेडकल कॉलेज की ऊंची-ऊंची इमारतों के क्वार्टरों में रहने वाले डॉक्टरों व उनकी फैमिली ने बाल्टी, पतीले, टोकनी, प्लास्टिक केन जैसे बर्तन लेकर नीचें आना पड़ा और टैंकर से पानी भरना पड़ा।

मोटर खराब होने से बढ़ी परेशानी

बता दें कि मेडिकल कॉलेज में पानी की किल्लत ने अस्पताल की व्यवस्थाओं का पोल खोल कर रख दी है। सुबह से बिल्डिंग में पानी नहीं पहुंचा। आलम यह हो गया कि पानी न होने के कारण कोई ढंग से नहा भी नहीं पाया। आखिर इतनी बड़ी दिक्कत आई कैसे? इसको लेकर बिल्डिंग में रहने वाले डॉक्टर बताते है कि जहाँ से बिल्डिंग में पानी पहुंचता है। वह मोटर खराब हो चुकी है,जिससे बिल्डिंग में रहने वालों के लिए समस्या खड़ी हो गईं। डॉक्टर ने बताया कि वह भी जब ऑफिस से घर लौटे तो उन्हें भी पता चला कि बिल्डिंग में सुबह से पानी ही नहीं है। ऐसे में कॉलेज प्रबंधन को पानी की सप्लाई का कोई विकल्प खोजना चाहिए था। जब डॉक्टर्स के परिवारों व मेडिकल स्टूडेंट्स के पास कोई विकल्प नहीं बचा तो पानी का टैंकर मंगवाना पड़ा।

वहीं कॉलेज में तीन हॉस्टल बने है, जिसमें मेडिकल की पढ़ाई करने वाले है। जिनमें करीब 1500 लोग रहते है। इन सबके लिए पानी की दिक्कत खड़ी हो गई। प्रशासन को चाहिए था कि समय से मोटर को ठीक करवा दे, लेकिन सुनने में यह भी आ रहा है कि मोटर जल्दी से ठीक भी नहीं होने वाला है।

महिलाओं का कहना है कि जिस तरह से गाड़ी में इमरजेंसी के लिए स्टेपनी होती है। उसी तरह से पानी की समस्या न हो, उसके लिए विकल्प होना चाहिए था। अब वे नाईट ड्यूटी पर जा रहे है और बच्चों को घर पर छोड़कर जा रही है, और पीछे से घर में पानी ही नहीं है तो दिक्कत का अंदाजा लगाया जा सकता है।

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Content Editor

Ajay Kumar Sharma