हर घर में लगेगा माहवारी की जागरूकता के लिए पीरियड चार्ट, सेल्फी विद डाटर फाउंडेशन की हिसार में नई पहल

5/7/2022 5:38:37 PM

हिसार : किशोरियों और महिलाओं को माहवारी के दौरान होने वाली समस्याओं व उस समय उनकी विशेष देखभाल की जरूरत को लेकर सेल्फी विद डाटर फाउंडेशन ने अहम शुरुआत की है। इसके तहत पिरियड चार्ट दस गांवों के 100 घरों की दीवार पर लगाया जाएगा। सेल्फी विद डाटर फाउंडेशन के संस्थापक सुनील जागलान कहते हैं कि माहवारी के विषय में जागरूकता का अभाव और समय से पीरियड का नहीं आना महिलाओं में कई प्रकार की बीमारियां लेकर आता है। पीरियड चार्ट में घर की सभी फीमेल सदस्यों के नाम के साथ हर महीने की महामारी की तारीख लिखी जाएगी। इससे घर के पुरुष सदस्य भी इस विषय पर जागरूक हो सकेंगे।आज से हिसार के 100 परिवारों में जिंदल स्टेनलेस फ़ाऊंडेशन के साथ मिलकर इस अभियान को एक साथ शुरू करवाया जा रहा है।

सुनील जागलान कहते हैं कि महिलाओं को माहवारी के समय विभिन्न समस्याओं से गुजरना पड़ता है। काफी महिलाओं को सेनेटरी नैपकिन भी नहीं मिल पाते। गांव की महिलाएं हों या फिर शहर की, सेनेटरी नैपकिन मंगवाने में झिझक महसूस करती हैं। माहवारी के समय स्त्री थकान महसूस करती है। लगातार तीन-चार दिन का रक्त स्त्राव उसे कमजोर करता है। कई महिलाओं को इस समय हाथ-पैरों में सूजन, पेट-पैर में दर्द, कमर दर्द, बुखार, भूख न लगना, कब्ज जैसी अन्य समस्याएं भी होती हैं। कुल मिलाकर माहवारी के समय स्त्री का स्वास्थ्य विशेष देखभाल की मांग करता है। उसे आराम की जरूरत होती है जिसे अति संवेदनशील पितृसत्तात्मक समाज नहीं समझता। स्त्री के इस प्राकृतिक नियम को समाज उसकी कमजोरी मानता है जो कि उनकी सोच की विकृति है। पीरियड्स के दिनों में महिलाओं को धार्मिक  कार्य करने की किसी प्रकार से मनाही नहीं होनी चाहिए। 

कंवारी की सुप्रिया ने कहा कि यह शुरुआत हर घर के लिए जरूरी है। हमें सचमुच इन दिनों में बहुत परेशानी का सामना करना पड़ता है। मेवात जैसे हमारे क्षेत्र में जहां सेनेटरी पैड का नाममात्र प्रयोग होता है, वहां सेल्फी विद डाटर फाउंडेशन के पीरियड चार्ट से जरूर बदलाव आएगा। पूजा बालावास निवासी ने कहा कि पिरियड चार्ट में मेरा व मेरी मम्मी दोनो की महावीरजी की तारीख़ है, हम बहुत सहज महसूस कर रहे है । सुनील जागलान जी द्वारा इस विषय को बड़ी आसानी से समझाया है। हमारे भाईयों ने भी इस चार्ट को देखा है। सेल्फी विद डॉटर फ़ाऊंडेशन की प्रोग्राम मैनेजर रीतु जागलान ने कहा कि हमारी फ़ाऊंडेशन का यह अभियान नई सामाजिक क्रॉंति लेकर आऐगा और जैसे हमारे लडकीयों के नाम की  नेमप्लेट जैसा अभियान परे देश में पंसद किया गया वैसे ही यह अभियान देश भर में इस विषय पर सहज संवाद शुरू करेगा।

ग़ौरतलब है कि सुनील जागलान हरियाणा राज्य के जींद ज़िले के बीबीपुर गॉंव के वही सरपंच हैं जिन्होंने वर्ष 2012 में बेटी बचाओ अभियान शुरू हुआ एवं उनके द्वारा शुरू किए गए सेल्फ़ी विद् डॉटर अभियान की प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी ने 6 बार मन की बात व अमेरिका व इंग्लैंड के कार्यक्रमों में सराहना की। इसके अलावा वर्ष 2016 में सुनील जागलान के बीबीपुर मॉडल को तत्कालीन राष्ट्रपति ने प्रणब मुखर्जी ने राष्ट्रपति भवन द्वारा गोद लिए गए 100 गाँवों में लागू किया और सुनील जागलान को 50 लाख रूपए का अनुदान भी दिया। सुनील जागलान के अभियान बेटियों के नाम नेमप्लेट, माहवारी की जागरूकता के लिए शुरू किए पिरियड चार्ट जैसे सैकड़ों अभियान अन्तर्राष्ट्रीय सुर्ख़ियाँ बटोर चुके हैं। सुनील जागलान पर बनीं डॉक्यूमेंटरी फ़िल्म सनराइज़ को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद जी द्वारा राष्ट्रीय पुरस्कार भी मिल चुका है तथा सयुंक्त राष्ट्र द्वारा इस फ़िल्म को विश्व के 73 देशों में दिखाया जा रहा है ।

Content Writer

Manisha rana