पी.जी.आई. रोहतक के 3 वरिष्ठ डॉक्टर सस्पेंड

11/21/2018 10:13:08 AM

रोहतक(दीपक भारद्वाज): प्रदेश के एक मात्र पी.जी. स्वास्थ्य संस्थान के 3 दिग्गज डाक्टरों पर गाज गिरी है। वरिष्ठ डा. रामचंद्र सिवाच, डा. कड़वासरा व अमित मान को सस्पैंड कर दिया गया है। इन पर भ्रष्टाचार समेत प्राइवेट प्रैक्टिस जैसे आरोप लगे हैं। बता दें कि स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने पी.जी.आई. का दौरा किया था। इससे पहले मानवाधिकार आयोग की टीम ने औचक निरीक्षण कर रिपोर्ट तैयार की। जांच रिपोर्ट सरकार को भेजी गई तो उसमें इनकी कार्यशैली पर सवाल उठने शुरू हुए। इसके चलते भ्रष्टाचार के आरोप के चलते इन पर गाज गिरी है। इन पर प्राइवेट प्रैक्टिस के भी आरोप हैं। 

पहला : पी.जी.आई. में नैफ्रोलॉजी के विभागाध्यक्ष रहे डा. अमित मान के पिता का रेडियो स्टेशन के सामने मान हॉस्पिटल के नाम से मल्टी स्पैशलिस्ट हॉस्पिटल है। पहले भी इन पर पी.जी.आई. से मान हॉस्पिटल में मरीज रैफर करने जैसे आरोप लग चुके हैं। इसके अलावा वह अपने पिता के हॉस्पिटल में प्रैक्टिस करते मिले हैं। दूसरा : पी.जी.आई. में सर्जरी के विभागाध्यक्ष डा. आर.के. कड़वासरा चौटाला परिवार के दामाद हैं। 

इन पर किसी भी तरह कि कार्रवाई करने से पहले आलाअधिकारी 100 बार सोचते थे। इसकी आड़ में डा. कड़वासरा बे परवाह हर कार्य डंके की चोट पर करते थे। इन पर कई बार मोटी रकम लेकर आप्रेशन करने जैसे गंभीर आरोप लगे। इलाज के दौरान कोताही व प्राइवेट प्रैक्टिस के आरोप लगना आम बात थी। तीसरी : डा. रामचंद्र सिवाच ओर्थो के जाने-माने डाक्टर हैं। उन्होंने हड्डी रोग पर रिसर्च बेस कार्य भी किए लेकिन, इन पर भ्रष्टाचार के आरोप लगे हैं, जिसके चलते उन्हें सस्पैंड किया गया है

कोर्ट में जाऊंगा : डा. रामचंद्र सिवाच
सस्पैंड होने पर डा. सिवाच ने कहा कि आज तक मेरे पास मानवाधिकारी आयोग की न तो कोई टीम आई, न आयोग के  किसी सदस्य ने कोई बात की। इससे पहले नोटिस तक भी मेरे नहीं आया। लेकिन, अब पी.जी.आई. के वी.सी. से भी इस सम्बंध में पत्र के माध्यम से जानकारी लूंगा। इसके अलावा जल्द ही मानवाधिकारी आयोग के चेयरमैन से मुलाकात कर, कोर्ट जाऊंगा।

Rakhi Yadav