फार्मा कंपनियों के पैसों पर ऐश करने वाले निदेशक डॉक्टर पर गिरी गाज

10/6/2018 5:25:38 PM

रोहतक(दीपक): प्रदेश के सबसे बड़ा मैडीकल संस्थान रोहतक पीजीआई के निदेशक पर फार्मा कंपनियों के पैसों पर विदेशों में ऐश करने का आरोप लगा है। इस आरोप के बाद हरियाणा स्वास्थ्य मंत्री ने तुरंत प्रभाव से पीजीआई निदेश को संस्पेंड कर दिया है।

जानकारी के मुताबिक, फार्मा कंपनियां सरकारी अस्पताल के डॉक्टरों को विदेशों में घुमाने आदि जैसे बड़ी लुभावना देती हैं। जिनका उद्देश्य केवल ये रहता है कि, डॉकटर मरीजों को दवाई उनके कंपनी की लिखें। फार्मा कंपनियां डॉक्टर की प्रोफाईल देखकर उन्हें फील गुड कराने में जुट जाती है। यानि तनख्वाह सरकार की और दलाली फार्मा कम्पनियों की हो। डाक्टर के पद और कम्पनी को फायदा पहुंचाने की क्षमता के हिसाब से डॉक्टरों को ट्रीट किया जाता है।



बात करते हैं पीजीआई के बर्खास्त निदेशक की
मीडिया के हाथ कुछ दस्तावेज लगे, जिनसे साफ तौर पर पता चलता है ये डॉक्टर फार्मा कम्पनी के पैसों पर विदेशों में धूम मचाते हैं। कंपनी को सिर्फ एक पत्र लिखा जाता है कि मुझे फलां तारिख को फलां देश में जाना है, जल्दी से जल्दी व्यवस्था कर दीजिए। ये हाल उस सीनियर डाक्टर के हैं, जिनके कंधों पर फिलहाल पूरे मैडीकल की जिम्मेदारी है। 

वहीं पीजीआई के निदेशक व मेडिसन के हेड डॉ. नित्यानंद ने अपने लगे आरोपों को निराधार बताते हुए कहा कि उन्होंने कभी जापान एयरवेज से विदेश की यात्रा नहीं की। पीजीआई में बहुत से डॉक्टर्स है जो पीजीआई की परमिशन के बिना ही फार्मा कंपनियों के पैसे से विदेश गए। जो डॉक्टर्स मेरे खिलाफ है उनकी मेरे पास इंक्वायरी आई थी जिनकी मैं जांच कर रहा हूं, जिनमें वे दोषी पाए गए जिसके चलते वे रंजिशन काम कर रहे हैं।

इस प्रकार हुई बर्खास्तगी
रोहतक पीजीआई के निदेशक डॉ. नित्यानंद को स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने बीती शाम सस्पेंड करने के आदेश जारी कर दिए। दरअसल, स्वास्थ्य विभाग द्वारा प्रदेश के सभी हस्पतालों में सिर्फ डब्ल्यू एच ओ एप्रूव्ड दवाएं, वो भी सरकारी वेयर हाउस से लेने का प्रावधान है, लेकिन पीजीआई रोहतक के निदेशक किसी निजी कंपनी को फायदा पहुंचाने के लिए बाहर से दवाएं मंगवा रहे थे।  विज को मेल पर इस मामले की सूचना मिली, विज ने मामले की गंभीरता को देखते हुए आरोपी निदेशक को तुरंत प्रभाव से सस्पेंड कर दिया।

Shivam