खाकी की दबंगई, चौंक पर सरेआम की भाजपाईयों की पिटाई

4/24/2018 3:08:16 PM

जींद(विजेंदर कुमार): पुलिस ने अपनी वर्दी की धोंस दिखाते हुए चौंक पर सरेआम भाजपाइयों की जमकर धुनाई की। ज्यादती का शिकार हुए भाजपाइयों ने न्याय पाने के लिए पुलिस विभाग के अधिकारियों के दरबार पहुंचकर मार पिटाई करने वाले पुलिस कर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। भाजपाईयों ने न्याय न मिलने की सूरत में मुख्यमंत्री मनोहरलाल का दरवाजा खटखटाने का ऐलान करने के साथ-साथ प्रदर्शन करने की भी चेतावनी दी है। इस मामले में डीएसपी रामभज ने कार्रवाई का आश्वासन देते हुए कहा है कि पूरे मामले की जांच कराई जाएगी और अगर कोई कर्मचारी दोषी मिला तो उसके खिलाफ कार्रवाई होगी। 

पुलिस अधिकारियों को दी शिकायत में पीड़ित भाजपा ग्रामीण मंडल के युवा प्रधान जयदेव अहिरका ने कहा है कि बीती 20 अप्रैल को बलराज, उपेंद्र (दिव्यांग)व दीपक किसी काम से अपनी बहन के घर पर गए हुए थे। इस दौरान जब हम गोहाना से वापिस आ रहे थे, तो गांव पिंडारा के नजदीक उनकी गाड़ी खराब हो गई। इसकी सूचना उन्होंने घर पर दी। रात लगभग 8:30 पर गाड़ी को ठीक करने के लिए मैकेनिक पहुंचा अौर इसी दौरान जयदेव और विजय मौके पर उन्हें लेने के लिए पहुंच गए। मैकनिक से गाड़ी ठीक नहीं हुई तो उसे वहीं खड़ी करके घर की ओर चल पड़े। कोई दूसरा साधन न मिलने के कारण मजबूरीवश वे पांचों एक ही मोटरसाईकिल पर सवार होकर जब घर की ओर आ रहे थे, तो सफीदों गेट के नजदीक फायर ब्रिगेड के सामने एक पुलिस की गाड़ी टाटा सूमो ने उनको रूकवाया। टाटा सूमों में से एक वर्दीधारी समेत तीन पुलिस कर्मी सिविल ड्रैस में उतरे और उनसे बिना बात किए ही मारपीट शुरू कर दी। 

इस दौरान उपेंद्र जो कि दिव्यांग है, उसको भी पुलिस कर्मियों ने जमकर पीटा। जब उन्होंने कारण पूछना चाहा तो कुछ सुनने की बजाय एक कर्मचारी ने रिवाल्वर दिखाकर कहा कि अगर ज्यादा बोले तो 6 की 6 गोलियां सीने में ठोंक दूंगा। भाजपा नेता ने कहा कि पुलिस के तीनों कर्मचारी शराब के नशे में धुत्त थे। पुलिस कर्मियों के इस रूप को देखकर वे पूरी तरह से डर गए। इस दौरान अन्य लोगों ने बीच-बचाव करने का प्रयास किया तो पुलिस कर्मियों ने उनके साथ भी अभद्र व्यवहार किया। इन पुलिस कर्मियों ने मार-पिटाई करने के बाद गाड़ी में डाल लिया। इस दौरान उपेंद्र का मोबाइल भी छीन लिया। पुलिस कर्मियों की सरेआम गुंडागर्दी से वे हैरान है, ऐसे में इन तीनों पुलिस कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग करते हैं। 

भाजपाइयों ने दिया पुलिस को 26 तक अल्टीमेटम 
भाजपा के नेताओं ने पुलिस के तीन कर्मचारियों जिन्होंमे सरेआम गुंडागर्दी दिखाई है, उसके खिलाफ कार्रवाई के लिए आला अधिकारियों को 26 अप्रैल तक का समय दिया गया है। यदि निर्धारित समय तक उन पुलिस कर्मियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं हुई तो जिले के पदाधिकारी इस मामले में मुख्यमंत्री मनोहरलाल से तो मिलेंगे ही, अगर जरूरत पड़ी तो पुलिस प्रशासन के खिलाफ प्रदर्शन भी करेंगे। 

Nisha Bhardwaj