बुरे कर्मों का बुरा नतीजा: पुलिस ने13 साल बाद पकड़ा हत्यारोपी, हरिद्वार में साधू के वेश में छुपा था आरोपी

punjabkesari.in Sunday, Dec 07, 2025 - 12:40 PM (IST)

यमुनानगर: अपहरण के बाद गाड़ी के पीछे घसीट कर तीर्थ नगर के मोहित राणा को मौत के घाट उतारने के मामले में पुलिस को बड़ी सफलता हाथ लगी है। पुलिस ने मामले में 15वें हत्यारोपी तीर्थ नगर की टपरियां निवासी अभिषेक उर्फ सन्नी को गिरफ्तार किया है। आरोपी पर पांच हजार रुपये का इनाम था। वह अदालत से भी 25 नवंबर 2014 से भगोड़ा घोषित था। पुलिस ने उसे मंडौली मोड से काबू किया है।

इस मामले में अदालत 7 अप्रैल 2017 को 14 दोषियों को पहले ही उम्रकैद की सजा हो चुकी है। हत्यारोपी अभिषेक उर्फ सन्नी वारदात के बाद से ही वाराणसी और हरिद्वार में साधू के वेश में छुप कर रह रहा था। उस पर लड़ाई-झगड़ा का एक अन्य केस भी दर्ज है। आरोपी को कोर्ट में पेश कर रिमांड पर लिया जाएगा।
 

27 नवंबर 2013 को कुछ लोगों ने जगाधरी बस स्टैंड से मोहित राणा व उसके साथी राहुल को अगवा कर लिया था। आरोपियों के कब्जे से किसी तरह राहुल तो बच निकला था, लेकिन इस दौरान आरोपितों ने मोहित की पहले तो निर्मम पिटाई की और बाद में उसे गाड़ी के पीछे बांधकर घसीटकर दर्दनाक हत्या कर दी थी।

हत्या करने के बाद आरोपी उसे तीर्थनगर के नजदीक सड़क पर पड़े पानी में फेंक कर चले गए थे। हाथ व पांव बंधा मोहित का शव अगले दिन 28 नवंबर को बरामद किया गया था। मृतक मोहित के पिता राज सिंह ने कालोनी के कश्मीरा सिंह समेत 23 लोगों के खिलाफ अगवा कर हत्या करने का आरोप लगाया था। पुलिस ने मृतक के पिता राज सिंह की शिकायत पर कश्मीरी लाल, बलबीर सिंह, अमित, अर्जुन, सोनू, जयदेव, सन्नी, रामजी लाल, मोनू, विशाल, जयपाल, सुखराम, रवि व अरुण सहित 23 के खिलाफ अगवा कर हत्या करने व शव को खुर्दबुर्द करने के आरोप में मामला दर्ज किया था।
 


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Content Writer

Isha

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