पुलिस कमिश्नरेट गुरुग्राम में रात्रि ड्यूटी के लिए लगेंगे 1000 एस.पी.ओज

3/2/2018 8:51:29 AM

चंडीगढ़(ब्यूरो): हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने पुलिस कमिश्नरेट, गुरुग्राम में रात्रि डयूटी के लिए सेना के भूतपूर्व सैनिकों में से 1000 अतिरिक्त विशेष पुलिस अधिकारियों (एस.पी.ओज.) को लगाने के लिए सहमति दी है। एक सरकारी प्रवक्ता ने बताया कि इन कर्मियों को रात्रि के समय गश्त और अन्य सुरक्षा ड्यूटियों पर तैनात किया जाएगा। उन्होंने कहा कि 25 से 50 वर्ष की आयु के भूतपूर्व सैनिक और इससे पूर्व जिन्हें अनुशासनहीनता, दुव्यवहार या मैडीकल अनफिटनैस के कारण सेवा से हटाया या बर्खास्त नहीं किया गया है, वे सेवा के लिए पात्र होंगे। 

उन्होंने कहा कि ऐसे पात्र वालिंटियर्स भूतपूर्व सैनिकों को 14,000 रुपए के मासिक मानदेय पर एक वर्ष की अवधि के लिए नियुक्त किया जाएगा। यह मानदेय नकद वितरित नहीं किया जाएगा बल्कि एस.पी.ओज. के बैंक खातों में जमा किया जाएगा। प्रवक्ता ने कहा कि इस सहायक बल के सदस्यों को उनके गृह पुलिस थानों में तैनात नहीं किया जाएगा बल्कि जहां तक संभव हो सकेगा उनके निवास स्थान के निकट लगते पुलिस थानों में उन्हें तैनात किया जाएगा। बहरहाल, इच्छुक व्यक्तियों को अन्य कमिश्नरेट या जिले में तैनात किया जा सकता है।

यह मिलेंगी सुविधाएं
उन्होंने कहा कि नियुुक्ति के समय इस सहायक बल के सदस्यों को 2 वर्दी सैटों के लिए 3000 रुपए का एकमुश्त वर्दी भत्ता, एक जोड़ी जूते और अन्य आवश्यक वर्दी वस्तु जैसे एस.पी.ओज. को कंधा प्रतीक चिन्ह और कैप दी जाएगी। इसके अतिरिक्त, वे सरकारी दौरे के दौरान 150 रुपए प्रतिदिन की दर से टी.ए. डी.ए. के भी पात्र होंगे। उन्होंने कहा कि हरियाणा पुलिस में सिपाही के लिए लागू अवकाश के अनुसार उन्हें आकस्मिक अवकाश दिया जाएगा। वे मृत्यु की स्थिति में 10 लाख रुपए की दर से अनुग्रह मुआवजा राशि, स्थायी रूप से विकलांगता पर 1 लाख से 3 लाख रुपए और घायल होने की स्थिति में 1 लाख रुपए की राशि के भी पात्र होंगे।

कोई लिखित परीक्षा या शारीरिक माप-तोल नहीं
प्रवक्ता ने कहा कि सहायक बल में एस.पी.ओज. के रूप में वालिंटियर्स लगाते समय कोई लिखित परीक्षा या शारीरिक माप-तोल नहीं किया जाएगा। बहरहाल, भूतपूर्व सैनिक को सेना में कम से कम 5 साल की सेवा की होनी चाहिए। इसके अतिरिक्त, सेवा से डिस्चार्ज के समय चिकित्सा श्रेणी ए होनी चाहिए। सेवा से डिस्चार्ज के समय चरित्र उत्कृष्ट होना चाहिए। सेना में सक्रिय सशस्त्र डयूटी पर तैनात उम्मीदवारों को अधिमान दिया जाएगा।