एंटी रोमियो ड्राइव के नाम पर पुलिस की तानाशाही, बेकसूर युवकों को पकड़ ले गई थाने (Pics)

4/11/2017 5:26:34 PM

यमुनानगर (सुमित ओबेरॉय):हाथों में कॉलेज की किताबें और गले में आईकार्ड डालें यह छात्राएं पुलिस वैन को घेरे खड़ी है। ड्राईवर वैन आगे ले जाने की कोशिश कर रहा है लेकिन छात्राएं पुलिस वैन का पहिया एक इंच भी आगे नहीं जाने दे रहीं। दरअसल इस वैन में पुलिस ने कॉलेज रोड से कुछ युवकों के राउंड-अप किया है जिन्हें बे-कसूर बताकर यह छात्राएं उन्हें छोड़ने की जिद्द कर रही हैं। वहीं यमुनानगर की महिला डीएसपी उषा राठी का कहना है कि छात्राएं छेड़-छाड़ की घटनाओं से तंग आ चुकी है और उन्हें बार-बार शिकायतें मिल रहीं है जिसके चलते आज एंटी रोमियों ड्राईव चलाई जा रही है लेकिन छात्राएं बोल रही है कि उन्हें तो कोई पूछ ही नहीं रहा। बे-कसूर राह चलते युवकों को जबरन उठाया जा रहा है।
 

दरअसल महिला डीएसपी उषा राठी सिंघम अवतार में नजर आई। उनके इशारों पर हर युवक को उठाकर पुलिस गाड़ियों में भरा जा रहा था। पुलिस के भारी बंदोबस्त के सामने पकड़े जाने वाला हर शक्स हैरान और बेबस था। प्रजातंत्र और अभिव्यक्ति की आजादी खाकी की धक्का शाही के आगे दम तोड़ रही थी। हर किसी की जुबान पर यहीं शब्द थे कि “मैडम मेरा कसूर क्या है” “हमने किया क्या है” या “रिज़न क्या है”। यहां तक कि पेनकार्ड कार्यालय में आवेदन करने आए युवकों को भी जबरन उठा लिया गया। वह आधारकार्ड के दस्तावेज दिखाते रहें लेकिन उनकी अवाज डीएसपी मैडम सुनना ही नहीं चाह रही थी। उनकी माने तो उनके पास लंबे सयम से शहर में इव-टीज़िंग की घटनाएं रिपोर्ट हो रही थी, जिसके चलते पुलिस ने एंटी रोमियों एक्शन लिया है और शरारती एवं आवारा किसम के लड़कों को पकड़ा जा रहा है जिनसे पुलिस स्टेशन में पूछताछ की जाएगी।


पुलिस की इस ड्राईव को बर्बरता का नाम देते हुए लोगों का कहना है कि अधिकारी अपने अधिकारों को लेकर मनमानी कर रहें है और जिन लोगों का कोई कसूर ही नहीं उनपर जबरन पुलिसियां डंडा चलाया जा रहा है। छात्राओं का कहना है कि उनके कलॉसमेट परिक्षा को लेकर नोटस फोटो कापी करवाने गए थे जो पुलिस की इस बर्बरता का शिकार हुए है। यहीं नही अधिकारियों के सामने ही एक महिला ने पुलिस की पोल खोलते हुए कहा कि वह कॉलेज में ही काम करती है और उनका बेटा उन्हें खाना देने आया था, जिसे पुलिस जबरदस्ती उठा लाई। इस महिला की माने तो उनके कॉलेज के बाहर इव-टीज़िंग होती ही नहीं।

पकड़े गए अधिकांश लोगों का कहना है कि वह या तो अपने काम से जा रहें थे या फिर स्टेशनरी की दुकान से खरीददारी कर रहें थे। पुलिस ने आते ही उन्हें गाड़ी में धकेलना शुरू कर दिया।