पुलिस ने किसानों पर बर्बरतापूर्वक और कायराना हरकत को अंजाम देकर शर्मनाक कार्य किया : शैलजा

1/27/2021 8:26:56 AM

चंडीगढ़ (धरणी) : हरियाणा कांग्रेस अध्यक्ष कुमारी शैलजा  ने कहा कि गणतंत्र दिवस पर भाजपा सरकार व उसकी बेलगाम पुलिस ने किसानों पर बर्बरतापूर्वक और कायराना हरकत को अंजाम देकर शर्मनाक कार्य किया है। शांतिपूर्वक ट्रैक्टर मार्च निकाल रहे किसानों पर जो अत्याचार किया गया है, उसकी जितनी निंदा की जाए वह कम है। गणतंत्र दिवस के अवसर पर यह हरकत भाजपा सरकार के किसान आंदोलन को कुचलने के षड्यंत्र को उजागर कर रही है। उन्होंने शांतिपूर्ण मार्च निकाल रहे किसानों पर दमनपूर्वक कारवाई करने वाले पुलिस अधिकारियों पर कार्रवाई की भी मांग की है।  

कुमारी शैलजा  ने फरीदाबाद में किसानों पर हुए लाठीचार्ज का हवाला देते हुए कहा कि भाजपा सरकार कृषि विरोधी काले कानूनों के खिलाफ उठने वाली हर आवाज को दबाना चाहती है, लेकिन वह इसमें सफल नहीं हो सकती। पूरा देश भाजपा के षड्यंत्र को पहचान चुका है। शांतिपूर्वक ट्रैक्टर मार्च में पुलिस द्वारा किसानों पर बर्बरतापूर्वक लाठीचार्ज भाजपा सरकार की तानाशाही है। भाजपा सांसदों के द्वारा तथ्यों को तोड़ मरोड़ कर पेश किया जा रहा है और आग में घी डालने का कार्य किया जा रहा है। क्या किसानों को अपने ही देश में तिरंगा लेकर मार्च निकालने का भी अधिकार नहीं है? भाजपा सरकार की यह कैसी देशभक्ति है जिसमें अपने ही देश के नागरिकों को तिरंगा लेकर सडकों पर चलने से रोका जा रहा है? प्रधानमंत्री जी और मुख्यमंत्री जी कुछ चुनिंदा पूंजीपतियों की खातिर किसानों पर और कितना अत्याचार करेंगे?

शैलजा  ने कहा कि जिन किसानों के हितों का दावा भाजपा सरकार करती आई है, उन्हीं किसानों की आवाज को नहीं सुन रही है। किसान पिछले चार महीनों से आंदोलन कर रहे हैं। इस आंदोलन में अब तक 150 से ज्यादा किसान अपनी जान गंवा चुके हैं। लेकिन सरकार जानबूझकर इसे अनदेखा कर रही है। किसानों का यह संघर्ष, एकता और जज्बा हमेशा याद किया जाएगा। किसानों के इस धैर्य, साहस और दृढ़ इच्छाशक्ति को वह नमन करती हैं। किसानों का यह बलिदान और संघर्ष अवश्य रंग लाएगा। सरकार यह समझ ले कि वह किसानों की आवाज को नहीं दबा सकती है। भाजपा सरकार को काले कानून रद्द करने ही होंगे।

कुमारी शैलजा ने किसानों से अपील करते हुए कहा कि सरकार इस आंदोलन को कुचलने और बदनाम करने के लिए चाहे कितने भी हथकंडे अपनाए, कितने ही षड्यंत्र रचे, कितने ही अत्याचारों को अंजाम दे। किसान अपना सयंम ना खोएं और शांति बनाए रखें। अहिंसा, अनुशासन और संयमता ही किसी भी आंदोलन की सफलता की कुंजी है। शैलजा ने कहा कि सरकार अब भी नहीं चेतेगी तो कब चेतेगी। सरकार अन्नदाताओं के अधिकारों का दमन छोडकर तत्काल प्रभाव से तीनों काले कानून वापस ले और न्यूनतम समर्थन मूल्य पर फसल की खरीद का कानून बनाए।

Manisha rana