प्रदर्शनकारी छात्रों पर पुलिस नेे भांजी लाठियां(VIDEO)

9/1/2018 6:25:18 PM

फरीदाबाद(रमेश भट्ट): एनएसयूआई प्रदेश सचिव कृष्ण अत्री सहित कॉलेज छात्रों पर पुलिस ने जमकर लाठियां भांजी। आज लगातार दूसरे दिन एनएसयूआई प्रदेश सचिव कृष्ण अत्री के नेतृत्व में छात्र कॉलेज गेट पर ताला लगाने की तैयारी में थे लेकिन वह गेट पर ताला लगाते इससे पूर्व ही पुलिस ने उन पर लाठीचार्ज कर दिया और प्रदेश सचिव कृष्ण अत्री सहित नौ छात्रों को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस के दबाब में आकर छात्रों के भविष्य को ध्यान में रखते हुए आंदोलन वापिस ले लिया गया।

अपनी मांगों को लेकर एनएसयूआई के छात्र धरने पर बैठे थे। नेहरू कॉलेज गेट के बाहर प्रदर्शन कर रहे एनएसयूआई के कार्यकर्ताओं पर पुलिस ने शुक्रवार सुबह दस बजे उस वक्त लाठी चार्ज कर दिया जब कार्यकर्ता कॉलेज का गेट बंद करने की कोशिश कर रहे थे। इस लाठीचार्ज में कई छात्र घायल हुए हैं। लाठी चार्ज के बाद पुलिस ने एनएसयूआई के प्रदेश सचिव कृष्ण अत्री सहित नौ छात्रों को हिरासत में ले लिया बता दें कि एनएसयूआई कार्यकर्ता प्रदेश सचिव कृष्ण अत्री के नेतृत्व में पिछले 26 दिन-रात से नेहरू कॉलेज के बाहर धरने प्रदर्शन पर बैठे हुए हैं।

समर्थन देने पहुंचे कांग्रेसी नेता
छात्रों की गिरफ्तारी की सूचना मिलते ही कांग्रेस के वरिष्ठ नेता लखन कुमार सिंगला, मुनेश शर्मा, सुमित गौड़, विकास चौधरी, रिंकू चंदीला, योगेश ढ़ीगड़ा, कुलदीप अधाना, डा सौरभ शर्मा,  एडवोकेट अनूप शर्मा सहित अनेक नेता पुलिस चौकी पहुंचे। एनएसयूआई के प्रदेश सचिव कृष्ण अत्री ने कहा कि खट्टर सरकार ने आज छात्रों पर लाठीचार्ज कर यह दिखा दिया है कि वह कितनी कमजोर है जिसने छात्रों पर अपराधियों की तरह लाठीचार्ज किया है। यह लोकतंत्र का हनन है। 

दबाव में खत्म किया धरना-प्रदर्शन:-छात्रों का कहना है कि पुलिस ने आज हमें गिरफ्तार कर धरना प्रदर्शन खत्म करने का दबाव बनाया। कृष्ण अत्री ने कहा कि अपने छात्र साथियों के भविष्य को देखते हुए आज उन्हें अपना धरना प्रदर्शन खत्म करना पड़ रहा है लेकिन वह छात्र हितों के लिए हमेशा लड़ते रहेंगे। उन्होंने कहा कि खट्टर सरकार से वह डरने वाले नहीं है। कृष्ण अत्री ने बताया कि आज पुलिस ने हम पर न सिर्फ  लाठीचार्ज किया बल्कि जब उन्हें गिरफ्तार कर लिया तो उस समय उनका फोन एक छात्र के पास था। पुलिस ने उस छात्र से उनका फोन खुलवा उससे सारे रिकार्ड डिलीट करवाने की कोशिश की लेकिन जब वह छात्र इस बात के लिए राजी नहीं हुआ तो पुलिस ने उसकी जमकर पिटाई की। पुलिस ने छात्र को बड़ी बेरहमी के साथ मारा और फोन खुलवाने का प्रयास किया परन्तु फिर भी उस छात्र ने उसका फोन नहीं खोला तो पुलिस ने उससे लेकर वह फोन जब्त कर लिया। 

क्या बोले एनएसयूआइ के प्रदेश सचिव :-कृष्ण अत्री, प्रदेश सचिव, एनएसयूआई ने कहा कि भारतीय राष्ट्रीय छात्र संगठन छात्र हितों के मुद्दो को उठाता आया है लेकिन खट्टर सरकार ने हमेशा से छात्रों के साथ अपराधियों की तरह व्यवहार किया है। कभी उन्हें नजरबंद करके तो कभी उनपर लाठीचार्ज करके। आज भी कॉलेज पर इतनी बड़ी भारी संख्या में पुलिस बल मौजूद था और लाठीचार्ज किया जैसे वहां छात्र नहीं बल्कि आपराधिक प्रवृति के लोग हो।
 खट्टर सरकार छात्र विरोधी सरकार है। इसका खामियाजा उन्हें आने वाले दिनों में भुगतना पड़ेगा।


छात्रों की आठ सूत्रीय मांगें 
- सभी सरकारी कॉलेजों में यूजी, पीजी कक्षाओ में 20 प्रतिशत सीट बढ़ाने के लिए।
- छात्रसंघ चुनाव बहाल तथा प्रत्यक्ष रूप से बहाल करनेके लिए।
- फरीदाबाद में रीजनल सेंटर बनवाने के लिए।
- नेहरू कॉलेज की जर्जर पड़ी इमारत का निर्माण करानेके लिए।
- सभी सरकारी कॉलेजों में मूलभूत सुविधाएं एवं स्टाफ पूरा कराने के लिए।
-मैगपाई चौक पर छात्रों को रोड पार कराने के लिए फुटओवर ब्रिज का निर्माण जल्द कराने के लिए।
- सैमेस्टर प्रणाली बंद हो।
- प्रत्येक कॉलेज में छात्रों के लिए वूमैन सेल का गठन।

Deepak Paul