फर्जी रूप से जमीन का इकरारनामा तैयार कराने का आरोप पुलिस को शिकायत देने के बावजूद सप्ताह भर बाद भी नहीं हुआ मुकदमा दर्ज

3/13/2023 6:20:10 PM

पुन्हाना, (ब्यूरो): फर्जी रूप से जमीन के कागजात तैयार कराकर एक जमीन का इकरारनामा तैयार कराने का मामला प्रकाश में आया है। जमीन के मालिक ने इसकी शिकायत सिटी चौकी पुलिस को दी लेकिन सप्ताह भर बीत जाने के बाद भी पुलिस ने इस पर कोई कार्रवाई नहीं की। पीड़ित का कहना है कि वो जल्द ही गृहमंत्री अनिल विज के समक्ष पेश होकर न्याय की मांग करेगें।

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डूगेंजा निवासी आमीन ने पुलिस को दी शिकायत में बताया कि उसकी करीब 150 गज जमीन बीसरू कोट रोड पर है । जिसका इकरारनामा 30 जून 2022 को 34 लाख 50 हजार रुपये में नायब निवासी बीसरू को कराया हुआ है। जिसमें 10 लाख रूपये एडवांस में वसूल पा लिए जबकि बाकि के 24 लाख 50 हजार रुपये 30 जनवरी 2023 को प्राप्त कर खरीददार के हक में पूरी राशि का इकरारनामा तहरीर करा दिया गया। पीडित ने बताया कि जब खरीददार नायब हुसैन जमाबंदी लेने के लिए पटवारी के कार्यालय में पंहुचा तो पता चला की इस जमीन का फर्जी इकरारनामा 21 सितंबर 2019 को कराकर दीवानी कोर्ट से स्टे लेकर माल रिकार्ड में दर्ज कराया हुआ है।

 

जब ये बात उन्हें पता चली तो उनके पैरों से जमीन खिसक गई। पीडित ने बताया कि 21 सितंबर 2019 के फर्जी इकरारनामा पर उसके व गवाहों के फर्जी हस्ताक्षर किए हुए है। पीड़ित ने बताया कि जब उसने तहसील में जाकर इस इकरारनामा के बारे में पता किया तो पता चला की ये फर्जी इकरारनामा का ई स्टाम्प मोहम्मद इमरान की आई डी से एडिट करके बैक डेट का फर्जी स्टाम्प तैयार करके खरीददार रहीसन पत्नी अन्नू पुत्र हसनू व गवाहों के साथ साज बाज होकर व मोटी रकम लेकर उसे व खरीददार नायब को नुकसान पहुंचाने की नियत से इस कीमती जमीन को हड़पने की नियत से फर्जी व गैर कानूनी इकरारनामा तैयार किया है। जिसमें इमरान का भाई मुस्ताक का भी पूरा पूरा सहयोग है।

 

फर्जी इकरारनामा पर ई स्टाम्प पर विक्रेता व खरीददार में से किसी का भी मोबाइल नंबर ना होकर इमरान का मोबाइल नंबर है। पीड़ित ने बताया कि जब उसने व नायब हुसैन ने मोहम्मद इमरान व उसके भाई मुस्ताक से ई स्टाम्प से फर्जी इकरारनामा तैयार करने का कारण पूछा तो दोनों भाईयों ने गाली गलौच व धक्का मुक्की कर दुकान से भगा दिया और जान से मारने की धमकी दी। पीड़ित ने बताया कि फर्जी इकरारनामा पर अकरम वकील के मोहर व हस्ताक्षर है। जब अकरम वकील से इस बारे में पता किया तो उसने सत्यापित हलफनामा देकर मोहर व हस्ताक्षर उसके नहीं होने का दावा किया।

 

पीड़ित ने बताया कि पुलिस को शिकायत दिए सप्ताह भर से अधिक हो गया है लेकिन पुलिस एक स्थानीय राजनेता के दबाव में आकर मुकदमा दर्ज नहीं कर रही है। पीडित ने बताया कि अगर जल्द ही पुलिस इस मामले में कोई कार्रवाई नहीं करती है तो वो प्रदेश के गृहमंत्री अनिल विज के समक्ष होकर न्याय की मांग करेगें। वहीं सिटी चौकी प्रभारी अमित कुमार ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है।

Content Writer

Pawan Kumar Sethi