सीसीटीवी ने खोली पुलिस की पोल, 13 में से 6 लोगों को किया गिरफ्तार

4/18/2018 6:42:56 PM

फतेहाबाद(रमेश भट्ट): फतेहाबाद में हुडा चौकी पुलिस की एक सीसीटीवी ने पोल खोल दी। जिसमें साफ दिखाई दे रहा है कि किस तरह पुलिस ने आधे अपराधियों को गिरफ्तार कर बाकियों को छोड़ दिया। गौरतलब है कि 15 अप्रैल को गैंबलिंग एक्ट के मामले में भाजपा नेता सहित छह लोगों को गिरफ्तार किया गया। लेकिन अब एक सीसीटीवी फुटेज सामने आने के बाद यह मामला संदिग्ध हो गया है। सामने आए सीसीटीवी फुटेज में साफ दिखाई दे रहा है कि पुलिस ने एक गली में बने ऑफिस में रेड करके आरोपियों को गिरफ्तार किया।

जबकि सिटी थाना के एसएचओ सुरेंद्र कंबोज ने मीडिया को दी गई जानकारी में बताया कि आरोपी गली में सार्वजनिक तौर पर जुआ खेलते हुए रंगे हाथों पकड़ा गया। सीसीटीवी फुटेज पुलिस के इस झूठ को बेनक़ाब कर रही है। जिसमें साफ दिखाई दे रहा है कि पुलिस ने आरोपियों को गली से नहीं बल्कि एक ऑफिस में रेड करके पकड़ा।

रेड के दौरान गिरफ्तार 6 आरोपियों के अलावा पुलिस ने ऑफिस में मौजूद करीब 6-7 लोगों को मौके पर ही छोड़ दिया। पुलिस द्वारा प्राइवेट 2 गाड़ियों में 6 आरोपियों की लेकर जाने के कुछ मिनट बाद पुलिस की एक पीसीआर मौके पर आती है और उसमें सवार तीन पुलिसकर्मी ऑफिस के अंदर जाकर कुछ सेकेंड में ही वापस आ जाते है।

सीसीटीवी में देखा जा सकता है कि पुलिस पीसीआर जाने के बाद फिर 2 पुलिसकर्मी आफिस में जाते है। जिसके बाद ऑफिस में मौजूद अन्य 6-7 लोग पुलिसकर्मियों के साथ ही बाहर निकलकर अपनी-अपनी बाइक पर सवार होकर मौके से निकल जाते है। इन लोगों पर पुलिस की कोई कार्रवाई नहीं होती।

पुलिस की भूमिका इसलिए संदेह के घेरे में है कि जब पुलिस ने छापेमारी एक ऑफिस में की तो एफआईआर में ऑफिस का जिक्र क्यों नहीं किया। वहीं, एसएचओ ने आरोपियों को गली में जुआ खेलते हुए क्यों बताया। पुलिस पर दूसरा सवाल यह खड़ा होता है कि जिस ऑफिस में जुआ खेला जा रहा था। उस ऑफिस में करीब 13 लोग मौजूद थे तो गिरफ्तार केवल 6 लोगों को ही क्यों दिखाया गया।

हालांकि सामने आई सीसीटीवी फुटेज देखने के बाद डीएसपी हेडक्वार्टर रविंद्र तोमर ने पुलिस की भूमिका की जांच की बात कही है। उन्होंने कहा कि जांच में जो भी पुलिसकर्मी दोषी पाए जाएंगे। उनके खिलाफ नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी।

Rakhi Yadav