यातायात नियमों पर पुलिस की गांधीगिरी !

9/14/2019 1:24:39 PM

सोनीपत (ब्यूरो): संशोधित मोटर-व्हीकल अधिनियम लागू होने के बाद अचानक गांधीगिरी की मुद्रा में आई पुलिस का व्यवहार आजकल वाहन चालकों के लिए सुकून देने वाला है।नियम तोडऩे वाले वाहन चालकों को विशेष तरीके से सम्मानित किया जा रहा है। पुलिस ऐसे वाहन चालकों को गुलाब का फूल देकर सम्मानित कर रही है, जो नियम तोड़ रहे हैं। पुलिस का कहना है कि इससे वाहन चालकों को अपनी गलती का अहसास हो रहा है और वे भविष्य में यातायात नियमों की पालना का संकल्प ले रहे हैं।

खास बात यह है कि हाईवे पर पुलिस ने कई रोडवेज बसों को रुकवाकर चालकों को भी फूल देकर सम्मानित किया, जो सीट बैल्ट नहीं लगाए हुए थे। पुलिस से इस व्यवहार को कई लोगों ने सराहा तो कई नियम तोडऩे वाले वाहन चालक शॄमदा भी हुए।  

बता दें कि 1 सितम्बर से संशोधित मोटर व्हीकल नियम लागू हो गया था जिसके अनुसार जुर्माना राशि में भारी-भरकम इजाफा किया गया है।  चालान की राशि भारी-भरकम होने के कारण काफी हो-हल्ला हुआ जिसके बाद पुलिस ने चालान प्रक्रिया को धीमा कर दिया और पहले लोगों को जागरूक करने का निर्णय लिया। इसके लिए फिलहाल 3 दिवसीय अभियान चलाया है जिसके तहत सोनीपत के सिविल लाइन थाना, सदर थाना, राई के कुंडली थाना के अलावा गन्नौर, खरखौदा व गोहाना में भी वाहन चालकों को जागरूक किया गया।

सरकारी कर्मचारी कम करते हैं नियमों का पालन 
हाईवे पर देखने में आया कि सबसे ज्यादा नियम तोडऩे वालों में सरकारी कर्मचारी शुमार थे। रोडवेज बसों के किसी भी चालक ने सीट बैल्ट नहीं लगाई थी। इसके अलावा बसों में अन्य नियमों की भी अनदेखी की गई थी। सरकार गाडिय़ों के अधिकतर चालकों को नियमों की कोई परवाह नहीं थी। थाना कुंडली प्रभारी रविन्द्र ने बताया कि नियमों की जानकारी देने के लिए वाहन चालकों को रोका गया और उन्हें हिदायत भी दी गई। 

सुभाष चौक पर ज्यादातर युवा दिखे बेपरवाह 
सुभाष चौक पर आसपास के कोङ्क्षचग सैंटरों में पढऩे वाले ज्यादातर युवक-युवतियां नियमों से बेपरवाह दिखे। कई युवकों ने पुलिस अधिकारियों के सामने नियमों की पालना करने की शपथ भी ली तो वहीं कई वाहन चालक नए नियमों की आलोचना करते नजर आए। थाना सिविल लाइन प्रभारी सुखबीर सिंह ने बताया कि नए नियमों की सही तरीके से पालना करवाने के लिए एस.पी. प्रतीक्षा गोदारा के आदेशानुसार वाहन चालकों को नियमों की जानकारी दी जा रही है। 

Isha