हिट एंड रन कानूनl: चालकों को समर्थन देने पहुंचे मनोज राठी को पुलिस ने हिरासत में लिया, एक घंटे बाद रिहा

1/18/2024 11:50:01 AM

हांसी‍(संदीप सैनी): हिट एंड रन कानून के विरोध में हांसी में रामायण टोल पर धरना दे रहे चालकों को समर्थन देने पहुंचे आम पार्टी के नेता मनोज राठी को पुलिस ने हिरासत में ले लिया। विरोध को देखते हुए उन्हें एक घंटे बाद ही पुलिस ने रिहा कर दिया। पुलिस ने टोल पर लगाए गए टैंट को भी उखाड़ दिया, जिसके बाद एकत्रित हुए चालकों ने हिसार उपायुक्त कार्यालय पर धरना देने की बात कही है।

मनोज राठी ने बताया कि नया हिट एंड रन कानून केंद्र सरकार की तानाशाही का जीता-जागता सबूत है। रामायण टोल पर चालक पिछले दो दिनों से धरना देकर नए कानून का विरोध कर रहे हैं। ऐसे में वे उनको समर्थन करने पहुंचे थे। कुछ देर बाद हांसी पुलिस भी मौके पर पहुंच गई और यहां से चालकों को धरना हटाने की कहते हुए आप नेता मनोज राठी को अपनी गाड़ी में बैठा लिया। पुलिस ने उन्हें काफी देर तक गाड़ी में बैठाए रखा और कड़ी कार्रवाई की धमकी दी लेकिन इसी दौरान वहां बैठे चालकों ने पुलिस की इस कार्रवाई का विरोध किया और नारेबाजी शुरू कर दी। चालकों के कड़े विरोध को देखते हुए पुलिस ने मनोज राठी को रिहा करना ही उचित समझा।

मनोज राठी ने कहा कि नए कानून के जरिए चालकों को बेरोजगार करने की साजिश रची जा रही है। भाजपा ने सत्ता में आने से पहले दो करोड़ रोजगार देने का वादा किया था लेकिन यह सरकार को नए-नए कानूनों के नाम पर पहले से काम में लगे लोगों को ही बेरोजगार कर रही है। देश में छोटी बड़ी गाड़ी चलाने वाले चालक धीरे-धीरे गाड़ियां छोड़ रहे हैं। बड़ी बड़ी ट्रांसपोर्ट कंपनियों की गाड़ियां खड़ी होने लगीं है। उन्होंने कहा कि अडानी अंबानी की इंश्योरेंस कंपनियों को फायदा पहुंचाने के लिए मोदी सरकार द्वारा बनाए गए काले कानून के रूझान आने शुरू हो चुके हैं। यदि ऐसा ही चलता रहा तो देशभर में चालकों का टोटा हो जाएगा। उन्होंने कहा कि कोई भी चालक दुर्घटना करके खुश नहीं होता, फिर भी यदि परिस्थितिवश कोई दुर्घटना उससे हो जाती है तो एकत्रित भीड़ से जान बचाने के लिए उसे मजबूरी में भागना पड़ता है।

बाद में वह पीड़ित परिजनों से मिलता भी है, हकीकत व परिस्थिति से अवगत भी करवाता है, जिस वजह से दुर्घटना हुई है। इसके बावजूद केंद्र सरकार ने नए कानून के माध्यम से पुलिस के हाथ खोल दिए हैं, वह मनमर्जी से चालकों को भगौड़ा दिखाएगी, पुलिस की इस कार्रवाई से बचने के लिए उसे मनमाना रुपया पुलिस को देना होगा, यदि नहीं दिया तो केंद्र के कानून के अनुसार उसे 10 लाख तक जुर्माना व 10 साल कैद तय है।

Content Writer

Isha