धरनास्थल पर सोए किसान नेताओं को आधी रात उठा ले गई पुलिस, अन्नदाताओं ने हाईवे किया जाम

11/25/2020 11:45:12 AM

डबवाली (संदीप कुमार): दिल्ली घेराव को असफल बनाने के लिए सरकार ने कड़ा रूख अपना लिया है। इसी कड़ी में सोमवार देर रात को डबवाली के खुइयांमलकाना टोल प्लाजा पर तीन कृषि कानूनों के खिलाफ कई दिनों से धरना दे रहे तीन किसान नेताओं को आधी रात को पुलिस अचानक गिरफ्तार कर अपने साथ ले गई।  इस तरह से आधी रात को हुई किसान नेताओं की गिरफ्तारी की विभिन्न किसान संगठनों ने कड़ी निंदा की है।

पुलिस की 7 गाड़ियां पहुंची गिरफ्तार करने
डबवाली के खुइयांमलकाना टोल प्लाजा पर तीन कृषि कानूनों के विरोध में पक्का मोर्चा लगाकर धरना दे रहे किसानों को गिरफ्तार करने के लिए पुलिस की 7 गाड़ियां पहुंची। मौके पर रात को मौजूद किसान नेता मनदीप सिंह ढिल्लो के मुताबिक उस समय धरनास्थल पर 8 किसान सोए हुए थे। रात को एक पुलिस कर्मी ने आकर किसानों को जागने को कहा। इसके बाद उनके तीन किसान साथियों एस.पी. सिंह, गुरप्रेम सिंह और खुशदीप सिंह को नाम लेकर कहा गया कि इन्हें साइड में डी.एस.पी. साहब बुला रहे हैं। 



पुलिस कर्मी के कहने पर जब ये तीनों किसान बिस्तरों में से निकले तो इन्हें पुलिस कर्मियों ने पकड़ लिया और गाड़ियों में बैठा लिया। जब बाकी किसानों ने इसका विरोध किया तो पुलिस कर्मियों ने किसानों के साथ धक्का-मुक्की की। मनदीप ढिल्लों के मुताबिक एक किसान ने इस पूरे घटनाक्रम का वीडियो बना लिया। 

किसान पुलिस से पूछते रहे कि आखिर उन्हें किस गुनाह के लिए गिरफ्तार किया जा रहा है। लेकिन पुलिस कर्मियों ने उनके सवालों का कोई जवाब नहीं दिया। मनदीप ढिल्लों ने बताया कि पुलिस उनके तीनों साथियों को सिरसा की तरफ ले गई। मनदीप के मुताबिक जिस खुइयांमलकाना टोल प्लाजा पर उनका धरना चल रहा वह सदर थाना डबवाली का क्षेत्र है। लेकिन शहर थाना डबवाली की पुलिस उन्हें उठाकर ले गई। मौके पर शहर थाना प्रभारी ईश्वसर सिंह भी मौजूद थे।

किसानों ने सदर थाना में दर्ज कराई शिकायत
किसान नेता मनदीप ढिल्लों ने कहा कि पुलिस उन्होंने अपने किसान साथियों के बारे में जानकारी मांगी। लेकिन पुलिस ने उन्हें उनके साथियों के बारे में कोई जानकारी नहीं दी। जिसके बाद किसानों सदर थाना में जाकर शिकायत दर्ज कराई। शिकायत में कहा गया कि उनके किसान नेताओं को बिना किसी कारण बताए पुलिस धक्काशाही करते हुए आधी रात को उठा कर ले गई। उन्हें उनके साथियों को कहां ले जाया गया है। इसके बारे में भी जानकारी नहीं दी गई। मनदीप ढिल्लों ने बताया कि उनके तीनों किसान साथियों को जब पुलिस गिरफ्तार करके ले गई तब वह बिना किसी गर्म कपड़ों और बिना जुते चप्पलों के थे। उनके गर्म कपड़े और जूते धरना स्थल पर ही रह गए।



रात 2 बजे से जाम है हाईवे
मनदीप ढिल्लों ने बताया कि पुलिस ने जब उनके साथियों को गिरफ्तार किया तो उन्होंने इसका विरोध किया। जिसके बाद उनके अन्य किसान साथी भी मौके पर पहुंच गए। इसके बाद प्रशासन के तानाशाही रवैये के विरोध में किसानों ने रोड जाम कर दिया। किसान हाईवे के बीचों-बीच दरी बिछाकर धरने पर बैठ गए। हाईवे जाम करने के बावजूद प्रशासन का कोई अधिकारी किसानों से बात करने तक के लिए नहीं आया। मंगलवार दिनभर भी गुस्साए किसानों ने नेशनल हाईवे नम्बर 9 को जाम रखा। एन.एच. 9 पर बीती रात से ही भारी संख्या में पुलिस बल तैनात है। हालांकि अभी तक किसानों से जाम खोलने को लेकर प्रशासन ने कोई बातचीत नहीं की है।

शांति भग करने के अंदेशे के चलते किया गिरफ्तार
सदर थाना प्रभारी दले राम ने बताया कि किसान नेता एस.पी. सिंह, गुरप्रेम सिंह और खुशदीप सिंह को शांति भंग करने के अंदेशे के चलते पुलिस ने गिरफ्तार किया है। सिरसा सिविल लाइन थाना पुलिस की टीम ने इन किसान नेताओं को गिरफ्तार किया है। रात को ही इन तीनों को एस.डी.एम. के समक्ष पेश किया गया। एस.डी.एम. ने तीनों किसान नेताओं को जेल भेजने के आदेश दे दिए। पुलिस को अंदेशा था कि ये तीनों किसान नेता शांति व्यवस्था को भविष्य में भंग कर सकते हैं। ऐसे में पुलिस ने पहले ही यह कदम उठाते हुए इन्हें गिरफ्तार कर लिया।

vinod kumar