'जाटलैंड' में जाटों को रिझाने निकले सभी दलों के जाट 'दिग्गज'

8/14/2020 10:07:11 PM

संजय अरोड़ा: जाट लैंड बरोदा में उपचुनाव की घंटी बेशक अभी नहीं बजी है, लेकिन राजनीतिक दल एवं राजनेता अभी से सक्रिय हो गए हैं। करीब 50 प्रतिशत से अधिक जाट मतदाताओं वाले इस विधानसभा क्षेत्र में सभी दलों की ओर से जाट चेहरों को आगे लाया जा रहा है, ताकि जातीय ध्रुवीकरण को साधते हुए जाट बाहुल्य इस क्षेत्र में जाट मतदाताओं को रिझाने के साथ-साथ अपने पांव जमाए जा सके।

सत्ताधारी भाजपा की ओर से खुद मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर तो बरोदा के मतदाताओं की नब्ज टटोलने के इरादे से कई गांवों में दस्तक दे चुके हैं, वहीं भाजपा ने जाट चेहरे के रूप में सरकार में कृषि मंत्री जे.पी. दलाल को चुनाव प्रभारी बना दिया है, तो वहीं प्रदेश भाजपा की कमान भी जाट नेता व पूर्व मंत्री ओमप्रकाश धनखड़ के हाथों में है। इनेलो की ओर से अभय सिंह चौटाला 16 अगस्त से इस विधानसभा क्षेत्र में दस्तक देंगे तो कांग्रेस की ओर से पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा व उनके सांसद बेटे दीपेंद्र हुड्डा पूरी तरह से सक्रिय हैं। सरकार के साथ भागीदार जजपा से अजय सिंह चौटाला भी यहां पर दस्तक दे चुके हैं।

उल्लेखनीय है कि इस वर्ष 12 अप्रैल को कांग्रेस के विधायक श्रीकृष्ण हुड्डा के निधन के बाद सोनीपत संसदीय सीट का हिस्सा रही बरोदा सीट रिक्त है। इस पर उपचुनाव होना है। अभी तक चुनाव आयोग की ओर से यहां पर चुनाव को लेकर न तो अधिसूचना जारी की है और न ही अभी तक कोई संकेत दिए हैं, मगर हाल में ही चुनाव आयोग ने इस बात के संकेत दे दिए थे कि कोविड-19 की वजह से कोई भी चुनाव स्थगित नहीं होंगे, बशर्तें कोई खास वजह न हो। 

हरियाणा के मुख्य निर्वाचन आयोग की ओर से मिली जानकारी के अनुसार बरोदा विधानसभा सीट में 1,76205 मतदाता हैं। 96,889 पुरुष, जबकि 79,416 महिला मतदाता हैं। यहां पर करीब 50 फीसदी से अधिक जाट मतदाता हैं। ऐसे में यहां के जातीय समीकरणों को देखते हुए सभी दलों की ओर से जाट दिग्गजों को प्रचारक के रूप में ही मैदान में उतारे जाने की संभावना है। इसके साथ-साथ ऐसी भी संभावना नजर आती है कि अधिकांश दलों के उम्मीदवार भी जाट ही हों। 

उल्लेखनीय है कि अक्तूबर 2019 के चुनाव में कांग्रेस के श्रीकृष्ण हुड्डा को 42,566 (34.67 प्रतिशत) वोट मिले थे और भाजपा के योगेश्वर दत्त को 37,226 (30.73 प्रतिशत) वोट मिले थे। इस तरह से कांग्रेस ने भाजपा को 5,340 वोटों से हराया था। जननायक जनता पार्टी के भूपेंद्र सिंह को 32,480 (26.45 प्रतिशत) मिले थे, जबकि इनेलो के जोगेंद्र सिंह को 3,145 (2.56 प्रतिशत) वोट ही मिले थे। मैदान में कुल 11 उम्मीदवार थे और इनेलो व बसपा समेत 8 अन्य उम्मीदवारों की जमानत जब्त हो गई थी।

सामान्य हलका बनने के बाद जाट समुदाय से बने विधायक
बरोदा विधानसभा क्षेत्र में 1967 से लेकर 2005 तक आरक्षित था। सामान्य विधानसभा क्षेत्र बनने के बाद यहां से 2009 में पहली बार जाट समुदाय से ताल्लुक रखने वाले श्रीकृष्ण हुड्डा चुनाव जीते थे। हुड्डा ने यहां से 2009 के साथ-साथ 2014 और 2019 में भी लगातार चुनाव जीतकर हैट्रिक बनाई। इस तरह से सामान्य सीट होने के बाद यहां हुए तीन चुनावों में जाट तबके से ही कांग्रेस के विधायक निर्वाचित हुए हैं।

सरकार में एक बार मिला प्रतिनिधित्व
बरोदा विधानसभा क्षेत्र में 1967 से लेकर अब तक कुल 13 चुनाव हुए हैं। 6 बार कांग्रेस ने तो 6 बार देवीलाल व ओमप्रकाश चौटाला के नेतृत्व वाले दलों ने चुनाव जीता है। एक बार विशाल हरियाणा पार्टी को जीत मिली है। पर पिछले 53 वर्ष में बने 13 विधायकों में से एक विधायक को ही सरकार में शामिल होने का अवसर मिला है। साल 1987 में जब देवीलाल मुख्यमंत्री बने थे उस समय उन्होंने बरोदा के विधायक कृपाराम पूनिया को अपने मंत्रिमंडल में कैबिनेट मंत्री बनाया था। उसके बाद से लेकर 2019 तक निर्वाचित विधायकों में से किसी को भी मंत्री बनने का अवसर हासिल नहीं हुआ।

हुड्डा से पहले खटक लगा चुके हैं हैट्रिक 
बरोदा विधानसभा क्षेत्र में आरक्षित हलके के रूप में 1967 से लेकर 2005 तक 10 चुनाव हुए। इनमें से 3 चुनाव में कांग्रेस को जबकि 1 चुनाव में विशाल हरियाणा पार्टी को जीत मिली। 6 बार चौ. देवीलाल व ओमप्रकाश चौटाला के नेतृत्व वाले दलों ने चुनाव जीते। कांग्रेस के श्रीकृष्ण हुड्डा से पहले यहां पर रमेश खटक हैट्रिक लगा चुके हैं। खटक 1991 में जनता पार्टी से,1996 में समता पार्टी से व 2000 इनेलो से निर्वाचित हुए।

दिग्गज जाट नेता हुए सक्रिय
जाट बाहुल्य बरौदा विधानसभा सीट जीतने के लिए विभिन्न दलों के जाट नेताओं ने अपनी सक्रियता बढ़ाते हुए दौरा कार्यक्रम तक तय कर दिए हैं। भाजपा की ओर से इस उपचुनाव के प्रभारी एवं राज्य के कृषि मंत्री जे.पी. दलाल ने चुनाव के मद्देनजर संगठन को सक्रिय करने के साथ-साथ कार्यकर्ताओं से फीडबैक लेने व उनकी ड्यूटियां तय करने की मुहिम शुरू कर दी है।

शुक्रवार को दलाल ने गोहाना में बरोदा विधानसभा क्षेत्र के कार्यकर्ताओं की एक बैठक आयोजित करके चुनाव से संबंधित मंत्रणा की। इस मौके पर पार्टी के कई विधायकों के अलावा सांसद रमेश कौशिक, संजय भाटिया व रामचंद्र जांगड़ा मौजूद थे। इस बैठक दौरान पार्टी के प्रचार हेतु कई टीमों के गठन को भी अंतिम रूप दिया गया और आने वाले दिनों में भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष ओमप्रकाश धनखड़ व चुनाव प्रभारी जे.पी. दलाल विभिन्न गांवों में संपर्क अभियान शुरू कर सकते हैं। जबकि इससे पहले धनखड़ व दलाल के साथ-साथ राज्य के बिजली मंत्री रणजीत सिंह क्षेत्र में दस्तक दे चुके हैं। 

वहीं इनेलो की ओर से पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव अभय सिंह चौटाला ने अपना पांच दिवसीय दौरा तय कर दिया है। अभय चौटाला 16 अगस्त से 21 अगस्त तक बरोदा विधानसभा क्षेत्र के करीब दो दर्जन गांवों का दौरा करेंगे। कांग्रेस की ओर से पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा व उनके सांसद बेटे दीपेंद्र हुड्डा भी क्षेत्र में पूरे सक्रिय नजर आते हैं। दोनों सोनीपत जिला में कई कार्यक्रमों में शिरकत करते हुए मतदाताओं से संपर्क बना रहे हैं। कांग्रेस सूत्रों के मुताबिक सांसद दीपेंद्र हुड्डा को इस उपचुनाव के प्रभारी की कमान सौंपी जा सकती है और वे शीघ्र ही बरोदा विधानसभा क्षेत्र में जनसंपर्क अभियान शुरू करेंगे।

Edited By

vinod kumar