प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड ने प्लास्टिक की बोतलें को लेकर उठाया ये कदम

8/24/2019 1:26:25 PM

करनाल (सरोए): शहरवासी प्लास्टिक के बोतलों को इधर-उधर न फैंके, इसके लिए प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड ने चिन्हित जगहों पर लोहे के जाल रखवाने का निर्णय लिया है जिसमें व्यक्ति प्लास्टिक की खाली बोतलों को लोहे के जालों में डाल सकें। लोग प्लास्टिक के बोतलें इधर-उधर फैंककर प्रदूषण फैलाने से बच सकें। अभियान की कड़ी में प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड के एस.डी.ओ. शैलेंद्र अरोड़ा ने एच.एस.आई.आई.डी.सी. वैल्फेयर एसोसिएशन के साथ मिलकर बस स्टैंड, सैक्टर-3 में लोहे के जाल रखवाए हंै, इन जालों में केवल बोतल डालने की जगह छोड़ी गई। जैसे ही लोहे जाल बोतलों से भर जाएंगे, इन्हें उठवाकर एक निश्चित जगहों पर भेजा जाएगा, जहां पर प्लास्टिक की बोतलों की रिसाइकिल हो सके।

एक अधिकारी के अनुसार जिलेभर में एक ही दिन में हजारों प्लास्टिक की बोतलों का प्रयोग होता है, इनमें काफी संख्या में छोटी-छोटी बोतलें होती हैं। जैसे पानी की बोतलें, कोल्ड ङ्क्षड्रक की बोतलें या अन्य प्लास्टिक की बोतलें। इन बोतलों से पेय पदार्थों को पीकर यात्री या लोग यहां-वहां फैंक देते हैं जिससे बोतलें प्रदूषण तो फैलाती ही हैं साथ ही सीवरेज, नालों में पड़ी रहती हंै जिससे सीवरेज जाम हो जाते हैं, नाले बंद हो जाते हंै। दूसरा प्लास्टिक की बोतलें पर्यावरण के संतुलन को बिगाड़ रही हैं। कई लोग बोतलों को एकत्रित कर उन्हें आग के हवाले कर देते हैं, जिससे आबोहवा खराब हो जाती है अर्थात हवा जहरीली हो जाती है। पर्यावरण को बचाने के लिए ही नई मुहिम चलाई है, धीरे-धीरे इस मुहिम में एसोसिएशन, नगर निगम व शहरवासियों को जोड़ा जाएगा, सभी का सहयोग लिया जाएगा ताकि मुहिम सफल हो सके और शहर प्लास्टिक की बोलतों से मुक्त हो सके।   

एक जाल पर करीब 10 से 15 हजार का खर्च
लोहे के एक जाल बनाने पर करीब 10 से 15 हजार रुपए का खर्च हो रहे हैं लेकिन इस मुहिम में एसोसिएशन के सहयोग से इंद्री, घरौंडा, निसिंग, नीलोखेड़ी-तरावड़ी, असंध आदि शहरों में भी लोहे के जाल रखवाए जाएंगे ताकि प्लास्टिक की बोतलों से होने वाले नुक्सान से पर्यावरण को बचाया जा सके। अधिकारी अनुसार फिलहाल जगहों को सिलैक्ट किया जा रहा है लेकिन इतना तय है कि करीब 100 से अधिक लोहे के जालों को रखवाया जाएगा।  

Isha