प्रदेश में नशे के खात्मे के लिए पूनिया खाप चलाएगी प्रयास संस्था के साथ मिलकर बड़ा अभियान

2/8/2021 8:52:41 AM

जींद : पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, दिल्ली समेत सभी प्रदेशों के पूनिया खाप के प्रतिनिधियों ने रविवार को जींद में महासम्मेलन का आयोजन कर प्रदेश में नशे के खिलाफ बड़ा अभियान चलाने समेत कई अहम फैसले लिए। रविवार को जींद की जाट धर्मशाला में राष्ट्रीय सर्वजातीय पूनिया खाप का महासम्मेलन भले राम पूनिया की अध्यक्षता में हुआ। इसमें पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, दिल्ली और उत्तर प्रदेश से पूनिया खाप के 36 बिरादरी के प्रतिनिधि शामिल हुए।


पूर्व विधायक सूबे सिंह पूनिया, राष्ट्रीय प्रवक्ता जितेंद्र छातर, रामचंद्र पूनिया समेत अनेक लोगों ने महा सम्मेलन को संबोधित किया। महा सम्मेलन में 5 अहम प्रस्ताव पारित किए गए जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से तीनों कृषि कानून तुरंत प्रभाव से वापस लेने, फसलों की एम.एस.पी. पर खरीद की गारंटी का कानून बनाने, किसानों के सभी कर्ज माफ करने, किसान सम्मान निधि की जगह 60 साल की उम्र के बाद किसानों को पैंशन देने, प्रदेश में नशे के खिलाफ प्रयास संस्था के साथ मिलकर बड़ा अभियान चलाने का फैसला, प्रदेश में महिलाओं की सुरक्षा को मजबूत बनाने के लिए जरूरी कदम तुरंत उठाने की मांग की।


उन्होंने कहा कि कृषि मंत्री नरेंद्र तोमर ने राज्यसभा में सफेद झूठ बोला है कि कृषि कानूनों में कुछ भी काला किसान प्रतिनिधि नहीं बता पाए जबकि सच्चाई यह है कि केंद्र सरकार के साथ हो चुकी 11 दौर की बातचीत में किसानों के प्रतिनिधियों ने नए कृषि कानूनों के काले प्रावधानों का कच्चा चिट्ठा खुद कृषि मंत्री के सामने खोला है। एक मत से महासम्मेलन में आए पूनिया खाप के प्रतिनिधियों ने मोदी सरकार के नए कृषि कानूनों को किसान विरोधी बताते हुए निरस्त कर दिया।महासम्मेलन में जितेंद्र पूनिया, नरेश पूनिया, कृष्ण बिरौली, सोनी पूनिया, आजाद पूनिया, वकील सिंह पूनिया आदि ने अपने विचार रखे। महासम्मेलन में साम्प्रदायिक एकता पर जोर दिया गया। इसके लिए हिंदू, मुस्लिम, सिख, ईसाई आपस में भाई-भाई के नारे खासतौर पर लगवाए गए।  

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Content Writer

Manisha rana