फरीदाबाद: 'सेशन जज के राज में कोर्ट बना अन्याय का मंदिर' (VIDEO)

1/30/2019 9:19:42 PM

फरीदाबाद(अनिल राठी): फरीदाबाद की जिला अदालत में बुधवार एक बार फिर से चर्चा का विषय बन गया है। चर्चा अदालत की दीवारों पर चिपके हुए पोस्टरों के कारण हो रही है, जिनपर जजों पर भ्रष्टाचार आरोप लिखें हैं। पोस्टरों पर लिखा है- सेशन जज जिला सत्र न्यायाधीश और उनके मातहत अफसरान के द्वारा चतुर्थ श्रेणी के कर्मचारियों को बंधुआ मजदूरी से मुक्ति कब मिलेगी। कब तक सुप्रीम कोर्ट और हाईकोर्ट के आदेशों की धज्जियां उड़ाते और उड़वाते रहेंगे। पहले तो युवा वकीलों के साथ ही बदतमीजी करते थे अब अपने मातहत की वजह से बुजुर्ग वकीलों के भी आँखों में आंसू आ जाते हैं। ये पोस्टर बार एसोसिएशन के पूर्व प्रधान एलएन पराशर ने चिपकाये हैं, जिनपर अन्य वकील भी सहमति जता रहे हैं।



एलएन पराशर का कहना है कि पिछले साल अक्टूबर के दूसरे हफ्ते में दिल्ली से सटे गुडग़ांव के सेक्टर-49 में एक जज की पत्नी और बेटे को गोली मारने की वारदात सामने आई थी। एडिशनल सेशन जज कृष्णकांत शर्मा के बेटे और पत्नी रेनू को उनके ही गनमैन ने दिन दहाड़े सेक्टर-49 की मार्केट के पास गोली मार दी थी। जिसके बाद आरोपी गनर महिपाल को गिरफ्तार कर लिया गया था। पाराशर ने कहा कि इस मामले के पहले मैंने आवाज उठाया था कि जज गनमैन से गाड़ी न चलवायें वरना कोई घटना हो सकती है, लेकिन जज नहीं मानें और वो घटना हो गई।



पराशर ने कहा कि फरीदाबाद में मंगलवार को मैंने देखा कि कुछ गनमैन अब भी जजों की गाडिय़ां चलाते हैं जिसे देख मुझे लगा कि गुरुग्राम की घटना से फरीदाबाद के जजों ने कोई सबक नहीं सीखा है। अब भी वो चतुर्थ श्रेणी के कर्मचारियों से अपने घरों का काम करवा रहे हैं और आवाज उठाने पर वो मुझे फंसाने की साजिश रच रहे हैं। 

पाराशर ने कहा कि मेरे पास कई सबूत हैं और मैंने राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, मुख्य न्यायाधीश सुप्रीम कोर्ट, मुख्यमंत्री हरियाणा और मुख्य सचिव हरियाणा को पत्र लिखा है कि इस मामले को तुरंत संज्ञान में लिया जाए और उचित कार्यवाही की जाए ताकि भविष्य में गुरुग्राम जैसी घटना फरीदाबाद में न हो। उन्होंने कहा कि जल्द कार्यवाही नहीं की गई तो मैं फिर जंतर मंतर पर फरीदाबाद के कुछ जजों के खिलाफ प्रदर्शन करूंगा।

Shivam