धनतेरस को लेकर सजने लगे बर्तनों के बाजार

10/24/2019 11:29:59 AM

रोहतक: धनतेरस को लेकर बाजार में रौनक छाई हुई है। ज्वैलरी की दुकानों से लेकर बर्तनों के कारोबार में व्यापारी मुनाफा कमाने को लेकर तैयार हैं। वहीं, सायंकाल माता लक्ष्मी, भगवान कुबेर व धनवंतरी की पूजा के लिए सवा घंटे का ही शुभ मुहुर्त है जिसके चलते लोगों ने अपनी तैयारी भी उसी हिसाब से शुरू कर दी है। दिनभर खरीदारी के बाद व्यापारी में उठाल होने की सम्भावना अधिक है।  मान्यता है कि क्षीर सागर के मंथन के दौरान धनतेरस के दिन ही आयुर्वेद के देवता भगवान धनवंतरी का जन्म हुआ था।

इस दिन माता लक्ष्मी, भगवान कुबेर और भगवान धनवंतरी की पूजा का विधान है। 25 अक्तूबर को बनाए जाने वाले धनतेरस के दिन मृत्यु के देवता यमराज की पूजा भी की जाती है। साथ ही सोने-चांदी के आभूषण और बर्तन खरीदना शुभ माना जाता है। धनतेरस दीपावली पर्व की शुरुआत का प्रतीक भी है। इसके बाद छोटी दीपावली या नरक चौदस, बड़ी या मुख्य दीपावली, गोवर्धन पूजा और अंत में भाई दूज या भैया दूज का त्यौहार मनाया जाता है। धनतेरस पर बर्तनों की खरीदारी को लेकर दुकानदारों ने भी कमर कस ली है। आकर्षक डिजाइन के बर्तनों को दुकानों पर सजाया गया है, ताकि ग्राहकों को वह पसंद आए। 

Isha