बर्ड फ्लू फैलने से पोल्ट्री मालिकों में दहशत, मरी हुई मुर्गियों को दफनाने में कम पड़ रही जगह

1/16/2021 8:31:26 AM

घरौंडा : कोहंड क्षेत्र के पोल्ट्री फाम्र्स में बड़े स्तर पर बर्ड फ्लू फैल चुका है। बड़े स्तर पर मुर्गियों के मरने से पोल्ट्री मालिकों में दहशत का माहौल है। बड़ी मात्रा में बर्ड मरने के कारण अधिकांश पोल्ट्री फार्मों के शैड खाली हो रहे हैं और मरी हुई मुर्गियों को दफनाने की जगह कम पड़ती जा रही है। पोल्ट्री मालिकों से मिली जानकारी के अनुसार अब तक करीब पचास हजार से अधिक मुर्गियों की मौत हो चुकी है। पीड़ित पोल्ट्री मालिकों का आरोप है कि सरकारी विभाग बर्ड फ्लू फैलने की वास्तविकता को दबाने के प्रयास कर रहा है। बर्ड फ्लू फैलने की आशंका के बावजूद इस एरिया के पोल्ट्री फार्मों से अंडे व चिकन की सप्लाई जारी है।


कोहंड स्थित कैलाश पोल्ट्री फार्म के मालिक कैलाश चंद ने बताया कि बर्ड फ्लू के कारण पोल्ट्री फार्मो के हालत बहुत बुरे है। वे तीस वर्षो से पोल्ट्री का काम कर रहे है लेकिन इसी तरह हजारो बर्डस की मौते पहली बार देखने को मिली है। सरकारी डाक्टरों की टीम चैकिंग के लिए आई थी लेकिन वे असलियत सामने नहीं ला रहे। पोल्ट्री  मालिक विकास सिंगला ने बताया कि बर्ड फ्लू फैलने के कारण पोल्ट्री के बहुत बुरे हालात बन चुके है। रोजाना हजारो की संख्या में बर्ड की मौत हो रही है, फार्म के शैड खाली हो रहे हैं। आसपास के सभी फार्मो में मुर्गियों की मौते हो रही है लेकिन बर्ड्स की मौतों के आंकड़े को पोल्ट्री मालिक छिपा रहे हैं। विकास ने आरोप लगाया कि इतने खतरनाक हालतों में भी सरकार गम्भीर नही है। पशु पालन विभाग के डाक्टर पोल्ट्री मालिकों पर बर्ड फ्लू फैलने की सच्चाई छिपाने का दबाव बना रहे हंै। उनके फार्म पर सरकारी डाक्टरों की टीम आई थी। डाक्टर मुर्गियों की मौत का कारण ठंड साबित करना चाहते हैं जबकि इतने बर्ड की मौत ठंड से नही हो सकती।


मरी हुई मुर्गियों का डिस्पोज बना चुनौती
कैलाश पोल्ट्री में मुर्गियों के मरने का सिलसिला जारी है। रोजाना कई मुर्गियां मरने के कारण पोल्ट्री मालिक के लिए मरी हुई मुर्गियों को डिस्पोज करना चुनौती बनता जा रहा है। सिंगला ने बताया कि उनके फार्म पर मरी हुई मुर्गियों को दबाने के लिए 60 फीट गहरे 2  गड्ढे बनाये गए थे लेकिन एक साथ हजारों बर्ड्स मरने की वजह  से दोनों  गड्ढे भर चुके हैं। मजबूरन उन्हें जेसीबी से  गड्ढ खोदने पड़ें है ताकि मुर्गियों को दबाया जा सके। सिंगला ने बताया कि मुर्गियों की मौत से उनके फार्म के कई शैड खाली हो चुके हैं।  

पोल्ट्री फार्म के कर्मचारी बीमार, मंदे भाव में अंडे व चिकन की सप्लाई जारी
विकास सिंगला ने बताया कि बर्ड फ्लू के कारण फार्म में काम करने वाले कर्मचारी बीमार हो रहे हैं। पोल्ट्री फार्म बीमारी की चपेट में है लेकिन यहां से अंडे और चिकन की सप्लाई की जा रही है। सिंगला ने बताया कि पोल्ट्री मालिक मुर्गियों के मरने की आशंका से सस्ते दामों पर मुर्गी व अंडे बेचे जा रहे हैं। बर्ड फ्लू फैलने की खबरों से पहले अंडे का भाव 580 रुपए सैकड़ा तक पहुंच गया था जबकि चिकन 80 रुपए किलो था। अब अंडे का भाव 350 रुपए व चिकन का रेट 20 रुपए तक आ गया है।


क्या बोले उपनिदेशक
पशु पालन विभाग के उपनिदेशक डा. धर्मेंद्र ने बताया कि कोहंड पोल्ट्री एरिया में कुछ बर्ड मरने की सूचना मिली थी जिसके बाद उनकी टीम एतिहात के तौर पर कैलाश पोल्ट्री फार्म से सैंपल लिए थे। अभी सैंपल की रिपोर्ट नहीं आई है। फार्म पर काम करने वाले वर्करों की मैडीकल जांच करवाई जाएगी। बर्ड फ्लू के नए स्ट्रें का इंसानों पर कोई खतरा नहीं बताया जा रहा। विभाग लगातार नजर बनाए हुए पोल्ट्री फार्मों की विजिट की जा रही है। कोहंड इलाके में 30 से 40 पोल्ट्री फार्म हैं। विभाग ने सिर्फ एक पोल्ट्री फार्म से सैम्पल लिए हैं। कैलाश पोल्ट्री फार्म में कई मुर्गियों की मौत हुई है। पोल्ट्री मालिक अपने फार्म की स्थिति सही नहीं बता रहे। अभी बर्ड फ्लू डिक्लेयर भी नहीं किया गया है।  

Manisha rana