छेड़छाड़ किए हुए मीटरों पर कसेगा बिजली निगम शिकंजा

1/20/2017 12:00:46 PM

भिवानी (पंकेस):बिजली निगम द्वारा चलाई जा रही मीटर टैम्पर योजना का उपभोक्ताओं द्वारा खास फायदा नहीं उठाया जा रहा है। बिजली निगम में बढ़ रहे लाइन लॉस का टैम्पर व काले मीटर का पूरा योगदान है। इसी कड़ी में बिजली निगम ने टैम्पर व काले मीटर बदलने का बीड़ा उठाया है तथा इसी माह शहरी क्षेत्र के सभी काले व डिफैक्टिव मीटर बदल भी दिए जाएंगे। निगम में अब मीटर की कोई कमी नहीं है तथा निगम में चल रही टैम्पर मीटर योजना का निगम भी पूरा फायदा उठाने की कोशिश कर रहा है जिससे लाइन लॉस कम किया जा सके।

प्राप्त जानकारी के अनुसार भिवानी सर्कल में बिजली के करीब 3, 29,000 कनैक्शन हैं जिनमें से 24,821 मीटर डिफैक्टिव हैं जिसका फायदा उपभोक्ता मन मर्जी से बिजली का गलत तरीके से प्रयोग करके उठा रहे हैं। इसी के साथ भिवानी सर्कल में अभी भी शहरी व ग्रामीण क्षेत्र में 58,029 काले मीटर उपभोक्ताओं के घर में लगे हुए है। जिसके कारण बिजली निगम में लाईन लॉस को बढ़ावा मिल रहा हे। 

 

निगम के प्रवक्ता ने बताया कि इस माह की 31 जनवरी तक शहरी क्षेत्र के सभी तरह के टैम्पर व डिफैक्टिव मीटर तथा काले मीटर को बदल दिया जाएगा तथा मीटर को घरों से बाहर पोल पर लगाया जाएगा ताकि मीटर को उपभोक्ताओं के द्वारा फि र से टैम्पर न किया जा सके तथा लाइन लॉस को कम किया जा सके। भिवानी सर्कल में सिटी डिवीजन में 16,563, सब अर्बन डिवीजन में 11,491 मीटर तथा दादरी डिवीजन में 29,975 काले मीटर अभी भी उपभोक्ताओं के घरों में लगे हुए हैं। इसी तरह सिटी डिवीजन में 7,289 मीटर, सब अर्बन डिवीजन में 6,399 मीटर तथा दादरी डिवीजन में 11,133 मीटर डिफैक्टिव है जिसके कारण लाइन लॉस को बढ़ावा मिल रहा है। इस माह शहरी क्षेत्र के सभी मीटर निगम के द्वारा बदल दिए जाएंगे तथा इसके लिए निगम में पर्याप्त मात्रा में मीटर भी उपलब्ध करवाए जा चुके है। 

 

इस संदर्भ में अधीक्षक अभियंता के.सी. अग्रवाल ने बताया कि तीनों कार्यकारी अभियंता को आदेश दिए जा चुके हैं कि ये भी मीटर जल्द से जल्द बदल दिए जाए ताकि निगम के द्वारा चलाई गई वी.डी.एस. स्कीम का उपभोक्ताओं को फायदा हो सके। इसके लिए उन्होंने उपभोक्ताओं से सहयोग की अपील करते हुए कहा कि उपभोक्ता निगम का साथ दे तथा जिनका मीटर टैम्पर काला लगा हुआ है, उसे स्वयं बदलवाने में हमारी मदद करें, अन्यथा 31 जनवरी के बाद निगम के द्वारा स्पैशल चैकिंग का अभियान चलाया जाएग तथा जिन उपभोक्ताओं का मीटर टैम्पर या काला पाया जाएगा तो उसे लैब से टैस्ट करवा कर उसकी चार्जिंग बनाई जाएगी जिससे उपभोक्ताओं को न केवल जुर्माना भुगतना पड़ सकता है, बल्कि एफ.आई.आर. भी दर्ज करवाई जा सकती है।