बिजली निगम ने चोरी के मामलों में 666 करोड़ रुपए का जुर्माना वसूला
6/9/2018 9:59:47 AM
चंडीगढ़(ब्यूरो): हरियाणा बिजली निगम के विजीलैंस विंग ने गत वर्ष बिजली चोरी पर नकेल कसते हुए 666 करोड़ रुपए से अधिक की जुर्माना राशि एकत्र कर नया कीर्तिमान स्थापित किया है। बिजली निगमों के प्रवक्ता ने बताया कि बिजली चोरी करने वालों पर कार्रवाई करते हुए, वित्त वर्ष 2017 में बिजली चोरी के कुल 95,000 से अधिक मामले दर्ज किए गए।
इस वर्ष मई माह तक 22,458 बिजली चोरी के मामले दर्ज किए जा चुके हैं। वित्त वर्ष 2017-18 में विजीलैंस विंग ने दोनों निगमों के अधिकारियों व कर्मचारियों के सहयोग से प्रदेश भर में छापेमारी करके 337 करोड़ रुपए से अधिक की बिजली चोरी पकड़ी, डिस्कनैक्टिड उपभोक्ताओं से 275 करोड़ रुपए बकाया राशि वसूल की और 53 करोड़ रुपए गुरुग्राम व बहादुरगढ़ जिलों में स्पैशल ड्राइव के दौरान एकत्र किए।
गत वर्ष अगस्त और सितम्बर माह के दौरान गुरुग्राम और बहादुरगढ़ जिले में स्पैशल ड्राइव चलाकर 53 करोड़ रुपए से अधिक की बिजली चोरी पकड़ी गई और खराब व छेड़छाड़ किए गए मीटरों को भी बदला गया। बिजली चोरी पर नकेल कसने से बिजली निगमों के राजस्व में भी बढ़ौतरी हुई है।
बिजली निगमों ने वित्त वर्ष 2017-18 में पिछले कई वर्षों की तुलना में सबसे अधिक राजस्व एकत्र किया है। 15 साल में पहली बार दोनों बिजली वितरण निगमों ने 115 करोड़ रुपए का लाभ अर्जित किया है। वर्तमान में प्रदेश के एक-तिहाई ग्रामीण इलाकों को शहरी तर्ज पर 24 घंटे बिजली उपलब्ध करवाई जा रही है और बाकी गांवों को भी मुख्यधारा में लाने की कोशिश की जा रही है, ताकि सभी गांवों को शहरों की तरह ही 24 घंटे बिजली उपलब्ध करवाई जा सके।