प्रैक्टिकल के अंकों में नहीं चलेगी मनमानी, ऐप पर अपलोड करने होंगे परीक्षा के अंक

11/27/2019 11:34:24 AM

फरीदाबाद (महावीर गोयल): सीबीएसई बोर्ड की बारहवीं की प्रैक्टिकल परीक्षा को लेकर काफी सतर्क हो गया है। बोर्ड ने अंकों को अपलोड करने के लिए एक एप तैयार किया है, ताकि सभी बच्चों का अंक इस एप पर अपलोड किया जा सके। इसमें किसी भी तरह की मनमानी नहीं चलेगी। इतना ही नहीं सीबीएसई द्वारा स्कूलों को यह निर्देश दिए गए हैं कि प्रैक्टिकल परीक्षाओं के अंक एप पर तुरंत अपलोड करें। एप पर एक बार अंक अपलोड करने पर बदलने की अनुमति नहीं होगी। इसलिए अंकों को अपलोड करते समय पूरी सावधानी बरतनी है।

केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड ने प्रायोगिक परीक्षाओं के लिए सख्त नियम जारी किए हैं। सीबीएसई की प्रैक्टिकल परीक्षाएं 1 से 7 जनवरी के बीच करानी होंगी। परीक्षा के दौरान हर केंद्र पर एक ऑब्जर्वर मौजूद रहेंगे, जो बोर्ड द्वारा नियुक्त होंगे। परीक्षा में मौजूद बैच की एक फोटोग्राफ और समय एप पर अपलोड करना है। इन प्रक्रिया को पूरी करने के लिए बोर्ड ने एप तैयार किया है। परीक्षा के बाद बोर्ड द्वारा दिए गए लिंक पर अंक अपलोड करने होंगे। नए नियमों में इस बार से प्रायोगिक परीक्षाओं की पूरी विडियोग्राफी कराई जाएगी।

इस बार बाहर से पर्यवेक्षक भी लगाए जाएंगे और इंटरनल और एक्सटर्नल दोनों मिलकर परीक्षा कराएंगे। बाहर से आने वाले पर्यवेक्षकों की ड्यूटी बोर्ड द्वारा लगाई जाएगी। परीक्षा के दौरान पूरे बैच का फोटो जियोटैग मोबाइल से लेकर आरओ कार्यालय भेजना भी जरूरी होगा। इसके अलावा जियोटैग मोबाइल से फोटो लेने के साथ वह लोकेशन भी बोर्ड को बतानी होगा जहां प्रेक्टिकल कराए जा रहे हैं। बाहरी परीक्षक और आंतरिक परीक्षक के अलावा पूरे ग्रुप का फोटोग्राफ लिया जाएगा और अपलोड भी किया जाएगा।

स्कूलों की मनमर्जी पर लगेगी रोक
गैर हाजिर विद्यार्थियों पर मेहरबानी दिखाने वाले स्कूल अब मनमर्जी नहीं कर सकेंगे। अब प्रैक्टिकल परीक्षाओं की वीडियोग्राफी होने से विद्यार्थियों को व्यावहारिक ज्ञान का आंकलन भी बेहतर ढंग से हो सकेगा। ऐसे में उन विद्यार्थियों को झटका लगेगा, जो प्रैक्टिकल एग्जाम में नदारद रहकर जुगाड़ से इसे पास कराने की जुगत में रहते हैं। यही नहीं यदि किसी शिक्षक की परीक्षाओं के दौरान फर्जीवाड़े में संलिप्तता पाई जाती है, तो उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। दरअसल, सीबीएसई ने ऐसे भी कई मामले पकड़े हैं, जिनमें विद्यार्थी के प्रैक्टिकल में तो अच्छे अंक आए और थ्योरी में वे पास तक नहीं हो सके। नई व्यवस्था से बोर्ड ऐसे विद्यार्थियों पर भी नजर रखेगा। वहीं अब फर्जीवाड़ा करके विद्यार्थियों को नंबर नहीं दिए जा सकेंगे। 

Isha