गर्भवती महिलाओं को फंसा चलाती थी गौरखधंधा, पर्दाफाश होने पर स्वास्थ्य विभाग के आगे गिड़गिड़ाई

3/12/2017 11:06:53 AM

सोनीपत (पवन राठी):सोनीपत स्वास्थ्य विभाग की टीम ने गर्भवती महिलाओं को झांसे में ले प्रसव पूर्व लिंग जांच के नाम पर नरेला में सामान्य अल्ट्रासाउंड कराकर नकदी ठगने के मामले का खुलासा किया है। पी.एन.डी.टी. (प्रसव पूर्व निदान तकनीक) टीम को सूचना मिली थी कि नरेला में एक महिला चिकित्सक लिंग जांच कर रही है। वह इसके एवज में लोगों से पैसे ठगती है। जिस पर पी.एन.डी.टी. अधिकारी डॉ.आदर्श शर्मा के नेतृत्व में टीम बनाई गई, जिसमें एक डिकोय (टीम द्वारा तैयार की गर्भवती महिला) को नरेला भेजा गया। डिकोय ने नरेला में डॉ.कोमल से संपर्क किया। वह घर में ही चिकित्सालय चलाती है। डॉ.कोमल ने डिकोय से भ्रूण जांच के नाम पर 33 हजार रुपए की मांग की। जिस पर 30 हजार रुपए में सौदा तय हो गया। 

शनिवार देर रात को डिकोय को डॉ.कोमल के पास भेजा गया। डिकोय ने उसे 30 हजार रुपए दिए तो डॉ.कोमल उसे लेकर एक अन्य अस्पताल में पहुंची। वहां महिला का सामान्य अल्ट्रासाउंड कराया गया। अल्ट्रासाउंड करवाकर बाहर आने के बाद डॉ.कोमल ले डिकोय को भ्रूण में लड़की होने की बात कही। इस पर डॉ. आदर्श और नरेला के पी.एन.डी.टी. अधिकारी अभिजीत की टीम ने नरेला पुलिस के साथ मिलकर डॉ.कोमल को पकड़ लिया। पुलिस ने उसके कब्जे से पी.एन.डी.टी. द्वारा दिए गए 28 हजार रुपए बरामद किए। पुलिस ने महिला चिकित्सक के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है, जहां, एक तरफ डॉक्टरों को भगवान का दूसरा रूप माना जाता है, जब इस तरह मामले सामने आते हैं तो डॉक्टरों पर से लोगों का विश्वास उठ जाता है। सरकार भी बेटी बचाने और पढ़ाने के लिए नई-नई योजनाएं लेकर आ रही है, लेकिन इस तरह के डॉक्टर इन योजनाओं को नहीं अपना रहे है।