हरियाणा विधानसभा के देर से आने वाले 17 कर्मचारियों पर कार्यवाही की तैयारी

10/27/2021 8:48:54 PM

चंडीगढ़ (धरणी): हरियाणा विधानसभा के अध्यक्ष ज्ञानचंद गुप्ता द्वारा सीसीटीवी फुटेज निकालकर हरियाणा विधानसभा में लेट लतीफ रहने वाले 17 कर्मचारियों के खिलाफ शिकंजा कसा जा रहा है। प्राप्त जानकारी के अनुसार हरियाणा विधानसभा के 17 कर्मचारी जो देरी से आने के लिए आदतन मजबूर है उनके खिलाफ सर्विस रूल सेवन के तहत कार्यवाही की जा रही है। यह कार्यवाही उन लोगों के खिलाफ की जा रही है जो कि विधानसभा में आते हैं देरी से आते हैं तथा आकर हाजिरी लगाकर गायब हो जाते हैं।

हरियाणा विधानसभा के अध्यक्ष ज्ञानचंद गुप्ता के द्वारा विधानसभा अध्यक्ष की कार्रवाई संभालने के बाद कई बार औचक निरीक्षण सुबह 9.30 बजे विधानसभा के अंदर किया गया। चेकिंग के दौरान पहली बार 78 कर्मचारी गायब मिले थे। ज्ञान चन्द गुप्ता ने उन्हें चेतावनी देकर छोड़ दिया था। दूसरी बार 37 कर्मचारी विधानसभा के अनुपस्थित मिले। ज्ञान चंद गुप्ता ने इस बार सरप्राइस चेकिंग करने की वजह विधानसभा परिसर में लगी सीसीटीवी कैमरा की फोटोस निकाली चेक की तथा पाया कि जो लोग लेट लतीफ है उनकी संख्या 17 है। रोचक बात यह है कि यह सभी लोग वही हैं जो ज्ञान चंद गुप्ता द्वारा पहली बार की गई चेकिंग में 78 लोग पाए गए थे उनमें शामिल थे। 

ज्ञानचंद गुप्ता विधानसभा के अध्यक्ष बनने के बाद से लगातार विधानसभा के कर्मचारियों को अनुशासित रखने का प्रयास करते आ रहे हैं। मगर कुछ कर्मचारी ऐसे हैं जो हम नहीं सुधरेंगे के फार्मूले पर लगातार ज्ञान चंद गुप्ता के प्रयासों को धता बताने पर लगे हैं। ज्ञान चंद गुप्ता ने भी अब ठान लिया कि अब ना तो सिफारिश सुनेंगे और ना ही किसी की रिक्वेस्ट मानेंगे अब इन पर शिकंजा कसा जाएगा। स्पीकर ज्ञान चंद गुप्ता किसी भी सूरत में कोई भी अनुशासनहीनता बर्दाश्त करने के मूड में नहीं है।

उल्लेखनीय है कि हरियाणा विधानसभा अध्यक्ष ज्ञानचंद गुप्ता ने विधानसभा में समय-समय पर बहुत से क्रांतिकारी परिवर्तन किए है। चाहे पंजाब से हरियाणा विधानसभा के हिस्सा लेने की बात हो, विधानसभा के नए भवन की बात हो या ई विधानसभा बनाने की बात हो, कई प्रकार के क्रांतिकारी कदम गुप्ता द्वारा उठाए गए हैं। इन महत्वपूर्ण विषयों पर आज बात करते हुए ज्ञानचंद गुप्ता ने बताया कि हरियाणा विधानसभा को ई-विधान सभा बनाने तथा पूरी तरह से हाईटेक करने का प्रोसेस शुरू हो चुका है। एमओयू साइन हो चुके हैं। 

मिनिस्ट्री ऑफ पार्लियामेंट्री अफेयर्स, हरियाणा सरकार और हरियाणा विधानसभा के एग्रीमेंट साइन होकर प्रक्रिया आगे बढ़ाई जा रही है। हरियाणा सरकार द्वारा इसके लिए फंड भी भेजा जा चुका है। इस बारे में तीन बैठकें हो चुकी हैं। ग्राउंड लेवल पर काम हो रहा है। ज्ञान चंद गुप्ता ने इन सब बातों को देखते हुए कहा कि उनका मानना है कि आने वाले बजट सत्र तक हम विधानसभा को ही विधानसभा बनाने का प्रयास पूरा कर लेंगे। साथ ही उन्होंने बताया 1966 में पंजाब- हरियाणा विभाजन के वक्त हरियाणा को 40 और पंजाब को 60 फ़ीसदी विधानसभा का हिस्सा देना निश्चित किया गया था और उस समय हरियाणा की 56 विधानसभा सीटें थी। लेकिन आज तक हरियाणा को केवल 27 फ़ीसदी ही हिस्सा मिल पाया है। 13 फीसदी हिस्सा आज भी पंजाब के पास है। 

2026 के परिसीमन के बाद विशेषज्ञों के अनुसार लगभग 25 से 35 विधानसभा सीटें बढ़ने की संभावना है। लेकिन आज हरियाणा विधानसभा के हाल में हमारे 90 विधायकों से अतिरिक्त एक के भी बैठने की व्यवस्था होना बड़ा मुश्किल है। परसीमन और आगामी व्यवस्थाओं को देखते हुए हरियाणा विधानसभा का एक अपना भवन चंडीगढ़ में ही जरूर बनना चाहिए। इसे लेकर प्रदेश के मुख्यमंत्री मनोहर लाल, लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से चर्चा हुई है और सभी जगह से इसकी सहमति भी मिल गई है।

गुप्ता ने कहा कि फरीदाबाद और गुरुग्राम के बाद पंचकूला को मुख्यमंत्री द्वारा तीसरा मेट्रोपॉलिटन सिटी का दर्जा देकर विकास के द्वार खोले गए हैं। बड़े-बड़े बिल्डर, व्यापारी, इंडस्ट्रलिस्ट पंचकूला की तरफ आकर्षित होंगे और साथ ही मुख्यमंत्री द्वारा टूरिज्म को प्रमोट करने के लिए मोरनी हिल्स को लेकर सड़कें चौड़ी करने तथा पैराग्लाइडिंग, वाटर स्पोर्ट्स, ट्रैकिंग के लिए रास्ते बनाए जाने का जो फैसला किया है, इससे पंचकूला एक बड़ा पर्यटक स्थल बनने जा रहा है। बेहतरीन होम स्टे पॉलिसी भी प्रदेश सरकार द्वारा लागू की गई है। इन सुविधाओं को देखते हुए आने वाले दिनों में पंचकूला एक बेहद विकसित जिला बनना तय है। 

 

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Content Writer

vinod kumar