झज्जर में लिंगानुपात सुधार की राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने की सराहना

3/8/2018 9:35:28 PM

झज्जर: राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने झज्जर जिला प्रशासन द्वारा लिंगानुपात में सुधार के प्रयासों की सराहना की। अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर राष्ट्रपति भवन, नई दिल्ली में गुरूवार को आयोजित नारी शक्ति पुरस्कार कार्यक्रम के दौरान राष्ट्रपति के समक्ष झज्जर की उपायुक्त सोनल गोयल ने लिंगानुपात में सुधार के अनुभव को सांझा किया। 

स्कूली छात्राओं को सीएसआर के तहत नि:शुल्क सेनेटरी नेपकिन पैड वितरण कार्यक्रम की शुरुआत की सराहना करते राष्ट्रपति ने कहा कि सीएसआर के तहत इस तरह की कोशिश पूरे देश में होनी चाहिए। उन्होंने केंद्रीय महिला एवम बाल विकास मंत्री श्रीमती मेनका गांधी को भी मंत्रालय की ओर से इस दिशा में काम करने को कहा। श्रीमती सोनल गोयल ने राष्ट्रपति श्री रामनाथ कोविंद को झज्जर में लिंगानुपात सुधार तथा सफल परिणामों, महिलाओं के लिए चलाई जा रही योजनाओं पर आधारित विशेष रूप से तैयार की गई विवरणिका "म्हारी लाडो" भी भेंट की। 

अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर राष्ट्रपति भवन, नई दिल्ली में वीरवार को आयोजित नारी शक्ति पुरस्कार वितरण कार्यक्रम में लिंगानुपात सुधार के लिए झज्जर जिला के प्रदर्शन को भी जगह मिली है। महिला एवं बाल विकास मंत्रालय, भारत सरकार की ओर से उपायुक्त सोनल गोयल को झज्जर जिला की इस उपलब्धि के लिए नारी शक्ति पुरस्कार कार्यक्रम के लिए विशेष तौर पर आमंत्रित किया गया है। भारत सरकार की ओर से पहली बार नारी शक्ति पुरस्कार कार्यक्रम में बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ कार्यक्रम के उल्लेखनीय कार्य करने वाले ब्रांड एंबेसडर व लोकल चैंपियन को भी शामिल किया गया है। 

उपायुक्त सोनल गोयल नारी शक्ति पुरस्कार कार्यक्रम के दौरान इस टीम का नेतृत्व करते हुए झज्जर में लिंगानुपात सुधार के लिए किए गए कार्यों का अनुभव भी सांझा करेंगी। हरियाणा ही नहीं बल्कि राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में शामिल सभी राज्यों से सोनल गोयल इकलौती ऐसी डिप्टी कमिश्नर है जिन्हें महिला दिवस पर राष्ट्रीय कार्यक्रम में यह अवसर प्राप्त हुआ। 

उल्लेखनीय है कि राष्ट्रपति भवन में अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर आयोजित नारी शक्ति पुरस्कार कार्यक्रम में बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ कार्यक्रम के ब्रांड एम्बेसडर, लोकल चैंपियंस का नेतृत्व करने के लिए विशेष तौर पर आमंत्रित किया गया था। झज्जर जिला के लिंगानुपात में सुधार की उपलब्धि को केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्रालय की ओर से इस कार्यक्रम में जगह दी गई। झज्जर की उपायुक्त सोनल गोयल राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र से अकेली ऐसी डिप्टी कमिश्नर थी जिन्हें नारी शक्ति पुरस्कार में अनुभव सांझा करने तथा नेतृत्व करने का अवसर मिला।