जल बंटवारे में पिछली सरकारों ने बेइमानी की, मनोहर राज में हुआ इन्साफ: जवाहर यादव

1/7/2018 2:01:58 PM

चंडीगढ़(धरणी): हरियाणा हाऊसिंग बोर्ड के चैयरमैन जवाहर यादव ने एक प्रेसवार्ता के दौरान जल बंटवारे के मुद्दे पर बात की। इस दौरान उन्होंने पिछली सरकारों पर जल बंटवारे में बेईमानी का आरोप लगाया है। उनका कहना है कि, वर्तमान में मनोहर राज सही इंसाफ मिला है और इसके लिए दिल्ली के एक कार्यक्रम में मुहर भी लगी है। उन्होंने कहा कि, हरियाणा जैसे कृषि प्रधान राज्य में अगर किसी किसान को राजनीतिक स्वार्थ के तहत बरसों तक पानी ही ना मिले तो इससे शर्मनाक उन दलों के लिए कुछ नहीं है जिन्होंने वहां राज किया हो।

जवाहर यादव ने बताया कि, दिल्ली में एक विशेष कार्यक्रम में इस बात को प्रमाणित किया गया कि हरियाणा में जल बंटवारे में पहली बार इन्साफ भाजपा की सरकार बनने के बाद पिछले तीन सालों में हुआ है। केंद्रीय सिंचाई एवं विद्युत बोर्ड द्वारा आयोजित पुरस्कार समारोह, 2018 में केंद्रीय जल संसाधन राज्य मंत्री ने हरियाणा के सिंचाई एवं जल विभाग को जल स्रोतों के कुशल व अनुकूल उपयोग के लिए सम्मानित किया। ये सम्मान राज्य को पहली बार नसीब हुआ है।

उन्होंने कहा कि, पहली बार भिवानी-महेंद्रगढ़ के 50,000 एकड़ क्षेत्र में नहरी पानी की सिंचाई से रबी की फसल लहलहा रही है। जबकि पहले यह वो मरु क्षेत्र होता था, जहाँ खेती नही हो पाती थीं। उन्होंने कहा कि, 25 वर्षों के उपरांत राजस्थान की सीमा से लगते हरियाणा के कई गांवों में पानी पहुंचा है। 2014 की तुलना में जेएलएन फीडर में जल उपलब्धता में 150 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। महेंद्रगढ़ कैनाल में जल की उपलब्धता में 200 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। जेएनएल कैनाल कैरियर की जल उपलब्धता में 300 प्रतिशत वृद्धि हुई है। 2004 से वर्ष 2016 के बीच जेएलएन फीडर की क्षमता 3451 क्यूसिक की गई।

उन्होंने बताया कि, 2016 में जेएलएन फीडर के पुनर्भरण का कार्य धरातलीय स्तर पर किया गया। कम खर्च से जेएलएन फीडर का संचालन 85 प्रतिशत क्षमता के साथ किया गया। नाबार्ड की कुल 143 करोड़ रूपये की परियोजना का क्रियान्वयन अंतिम चरण में है और मई 2018 तक पूर्ण हो जाएगा। लोहारू उठान के सुदृढ़ीकरण का कुल 25.75 करोड़ रुपये का कार्य जून 2018 तक पूर्ण हो जाएगा। इसके परिणामस्वरूप नारनौल, महेंद्रगढ़, लोहारू, दादरी, भिवानी व रेवाड़ी में सिंचाई जल की उपलब्धता बढ़ेगी। जल महल, मसानी बैराज, कृष्णावती रिवरबैड व हामिदपुर बूंद में जल भरने से भूमिगत जलस्तर ऊपर उठेगा। नहरों के हेड व टेलों पर कुल 237 पंप हाउसों पर 5,000 पंपों की समय संचालन क्षमता का मूंल्याकन कर आवश्यक परस्पर परिवर्तित किया गए।

यादव ने कहा कि यह मनोहर सरकार में ही संभव है कि दशकों से राजनीतिक भेदभाव का शिकार रहे क्षेत्र सम्मानजनक तरीके से अपना हक पा रहे हैं। पिछली सरकारों में भेदभाव और क्षेत्रवाद बहुत ज्यादा था, दूसरे अपने मुंह मियां मिठ्ठू वाले गुणगान का शोर बहुत था। उन्होंने कहा कि, कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अशोक तंवर ने भी हाल ही में आदमपुर के कुछ गांवों के लिए पानी की मांग की है, जो हमारे लिए खुशी की बात है कि तंवर ने हमें ऐसे नेक कार्य करने के लायक समझते हैं। उन्होंने कहा कि, सबका साथ सबका विकास की नीति पर चलते हुए आदमपुर के गांवों में भी जरूरत और उपलब्धता के हिसाब से पानी पहुंचाएंगे।