इलाज के लिए लाया हत्यारोपी PGI से पुलिस को चकमा देकर फरार (VIDEO)

3/12/2018 5:14:38 PM

रोहतक(दीपक भारद्वाज): एक ही रात में महज 2 घंटे के अंतराल 2 लोगों को मौत की नींद सुलाने वाला हत्यारोपी कैदी को उपचार के लिए पी.जी.आई.एम.एस. लाया जा रहा था। जैसे ही एक गार्द कैदी को लेकर नई ओ.पी.डी. के पीछे वाले गेट के पास पहुंचा तो कैदी ने गार्द को धक्का दे दिया और फिर फरार हो गया। कैदी के फरार होने के बाद पुलिस इधर-उधर भटकती रही लेकिन फरार कैदी का कुछ भी पता नहीं चला। हत्या सहित कुल 8 मामलों में आरोपी मंजीत पुत्र सुरेंद्र निवासी शादीपुर जींद जेल में बंद था। आरोपी काफी दिनों से बीमार चल रहा था। जिसे सोमवार को रोहतक की सुनारियां जेल में शिफ्ट किया गया। आरोपी को पी.जी.आई.एम.एस. में उपचार के लिए लाया जा रहा था लेकिन वह पुलिस की आंख में धूल झोंककर फरार हो गया। पी.जी.आई.एम.एस. थाना पुलिस ने केस दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी है।

2 कैदियों को लाया गया था जींद जेल से
बताया जा रहा है कि कैदी मंजीत को उपचार के लिए सुनारियां जेल में शिफ्ट किया गया था। जबकि दूसरे कैदी विकास उर्फ विक्की पुत्र महाबीर निवासी कंसाला को बहादुरगढ़ कोर्ट में पेश करना था। विकास काफी समय से पी.ओ. चल रहा था। इसी मामले में उसकी बहादुरगढ़ कोर्ट में पेशी थी। बताया जा रहा है कि करीब 3 गार्द विकास को कोर्ट में पेश करने के लिए बहादुरगढ़ चले गए। जबकि हत्या सहित करीब 8 मामलों में आरोपी मंजीत को पी.जी.आई.एम.एस. में दिखाने के लिए अकेला गार्द आ गया। गार्द व मंजीत दोनों ही ऑटो से आए। ऑटो से उतरने के बाद जैसे ही गार्द आरोपी मंजीत को लेकर नई ओ.पी.डी. के पीछे वाले गेट के पास पहुंचा तो वह गार्द को धक्का देकर फरार हो गया।

2 घंटों के अंदर उतारा था 2 को मौत के घाट
22 अगस्त 2014 की शाम को करीब 7 बजे बदमाशों ने पहले जुलाना के पुराने बस अड्डे पर गोली मारकर मिष्ठान भंडार मालिक गणेश की हत्या कर दी थी। इसमें वह गंभीर रूप से घायल हो गया। बाद में पी.जी.आई.एम.एस. रोहतक पहुंचते ही उसकी मौत हो गई। इस वारदात के करीब 2 घंटे के अंदर ही राजगढ़ गांव में बाइक पर सवार होकर आए 3 बदमाशों ने गली से गुजर रहे 18 वर्षीय छात्र अमित को गोली मार दी थी। छात्र अमित की भी पी.जी.आई.एम.एस. रोहतक में पहुंचने से पहले ही मौत हो गई थी। उक्त दोनों ही वारदातों में शादीपुर निवासी मंजीत भी शामिल था। अपने अन्य साथियों के साथ मिलकर आरोपी ने दोनों वारदातों को अंजाम दिया था।

ठीक एक महीने पहले भी फरार हो गया था कैदी
ऐसा नहीं है कि उपचार के लिए पी.जी.आई.एम.एस. में लाए जा रहे कैदी यहां से कभी भी फरार नहीं हुए हो। ठीक एक महीने पहले 12 फरवरी को भी एक कैदी पी.जी.आई.एम.एस. से उपचार के दौरान पुलिसकर्मियों को चकमा देकर फरार हो गया था। हालांकि पुलिस ने कैदी को जल्द ही गिरफ्तार भी कर लिया था। उल्लेखनीय है कि चोरी के मामले में आरोपी कुलदीप पुत्र राजेश निवासी नागल खोडिय़ा राजस्थान को रेवाड़ी से जिले की सुनारियां जेल इलाज के लिए शिफ्ट किया गया था।  इसके बाद 6 फरवरी को आरोपी कुलदीप को इलाज के लिए पी.जी.आई.एम.एस. में भर्ती करवाया गया था। इस दौरान गार्द के लिए ई.ए.एस.आई. दिलावर सिंह, ई.एच.सी. बलवान, सी. दलबीर और सिपाही सुभाष को भेजा गया था। आरोपी कुलदीप सोमवार सुबह सभी गार्द को चकमा देकर फरार हो गया था। 

पी.जी.आई.एम.एस. थाना प्रभारी गरिमा ने जानकारी देते हुए बताया कि कैदी मंजीत को जींद जेल से इलाज के लिए सुनारियां जेल में शिफ्ट किया गया था। सोमवार को वह गार्द को चकमा देकर फरार हो गया। आरोपी के खिलाफ केस दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी है। आरोपी को जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा।