बिना परमिट सवारियां भर रही प्राइवेट बसें, रोडवेज को हो रहा लाखो का नुक्सान

10/5/2019 12:21:29 PM

जींद (राठी): जिले में आजकल बिना परमिट की 18 प्राइवेट बसें बस स्टैंड तथा बस स्टैंड के बाहर से धड़ाधड़ सवारियां भर रही हैं। बसों को सवारियां भरने से कोई भी रोकने वाला नहीं है। इन बसों के संचालकों से न तो रोडवेज  प्रबंधन ने अभी तक इन बसों के बारे में पूछताछ की है और न ही आर.टी.ए. कार्रवाई कर रहा है। ये बसें एक साल से भी ज्यादा समय से सवारियां ढो रही हैं। विशेष बात यह है कि इन प्राइवेट बसों में कुछ बसें तो बिल्कुल सफेद रंग की हैं।

इन बसों के संचालकों द्वारा धड़ाधड़ सवारियां भरने से जहां रोडवेज बसों के रूट प्रभावित हो रहे हैं वहीं रोडवेज को लाखों रुपए का नुक्सान भी हो चुका है। इसके बावजूद रोडवेज प्रबंधन तथा आर.टी.ए. कार्रवाई के लिए गंभीरता नहीं दिखा रहा है।रोडवेज के नियमानुसार परमिट वाली प्राइवेट बसें सफेद और लाल रंग की होती हैं, जबकि ये बसें केवल सफेद ही हैं। अब इन बसों में सवारियों के साथ कोई घटना हो जाए तो कौन जिम्मेदार होगा।

बसों के चलने से रोडवेज प्रबंधन की लापरवाही साफ दिखाई दे रही है क्योंकि ये बसें प्रतिदिन बस स्टैंड के बूथ पर लगकर सवारियां भरती हैं। जींद तथा नरवाना बस स्टैंड पर इंचार्ज से लेकर इंक्वायरी कार्यालय तक 10-12 कर्मचारी तैनात हैं लेकिन इन बसों की अब तक कोई चैंकिंग नहीं की गई है।

इन बसों के चलने से रोडवेज को नुक्सान तो हो ही रहा है वहीं जो इन बसों में लोग सफर करते हैं उनकी सुरक्षा की भी कोई गारंटी नहीं है। सफेद रंग टूरिस्ट परमिट के लिए होता है। जबकि परिवहन समिति के लिए बस का रंग सफेद और लाल करना होता है। तभी बस को रूट का परमिट मिलेगा और वह बस स्टैंड के अंदर बूथ पर लगकर सवारियां भर सकती हैं। 

Isha