हरियाणा सचिवालय की बालकनियों में बने निजी कक्ष तोड़ने का काम शुरू (VIDEO)

7/7/2018 5:34:39 PM

चंडीगढ़ (चंद्रशेखर धरणी): चंडीगढ़ प्रशासन ने हरियाणा सचिवालय की बालकनियों में बने निजी कक्षों को तोड़ने का काम शुरू कर दिया है। सचिवालय प्रशासनिक कमेटी ने आठवीं मंजिल पर बने के डायरेक्टर रोकी मित्तल के कमरे से कार्यवाही की। रोकी मित्तल ने पहले लड्डू बांटे उसके बाद तोड़फोड़ की कार्रवाई करवाई। सचिवालय के प्रशासनिक अधिकारी कर्मवीर ने बताया कि विश्व धरोहर को पुराने स्वरुप में लाने के लिए सरकार कटिबद्ध है। हालांकि प्रशासन ने 8 जुलाई तक का समय दिया था अौर 10 जुलाई के बाद सचिवालय की बालकनियों को हटाने की बात कही गई थी। लेकिन प्रशासन ने यह काम आज से ही शुरू कर दिया है। 

उल्लेखनीय है कि हरियाणा के कई मंत्रियों व अधिकारियों ने अपने आफिस के कमरे की बालकनियों में निजी कक्ष बना रखे हैं। इन निजी कक्षों में लाखो रुपए की लागत से बेड, एसी, फ्रिज और सोफा आदि की है सुविधा लगाई गई हैंं। मुख्य सचिव हरियाणा द्वारा भी इस बारे सचिवालय के मीटिंग बुलाने के बाद एक पत्र जारी किया गया है। जिसमें कहा गया है कि चंडीगढ़ सैक्टर 1 स्थित मुख्य सचिवालय भवन हरियाणा को केपिटल काम्प्लेक्स यानि विश्व विरासत में होने के कारण भवन की रेस्टोरेशन एन्ड प्रिजर्वेशन के तथ सरकार द्वारा मुख्य सचिवालय भवन में भवन व बाल्कनियों में बनाए गए केबिन /कक्षों को हटाए /साफ किए जाने की अनुमति चंडीगढ़ प्रशासन को प्रदान कर दी गई है।

कैपिटल कॉम्प्लेक्स को हैरिटेज की सूची में कब
18 जुलाई 2016 को यूनाइटेड नेशनस एजुकेशनल साइंटिफिक एवं कल्चरल ऑर्गनाइजेशन (यूनेस्को)ने टर्की में आयोजित 40वें सेशन में चंडीगढ़ के कैपिटल कॉम्प्लेक्स को हैरिटेज की सूची में शामिल करने पर मुहर लगाई गई थी। जहां 7 देशों ने हैरिटेज के दर्जे के लिए आवेदन किया था, जिनमें फ्रांस, स्विजरलैंड, बेल्जियम, जर्मनी, अर्जेटीना, जापान समेत भारत शामिल रहा था। फ्रांसीसी वास्तुकार ली-कार्बुजिए के डिजाइन किए कैपिटल कॉम्प्लेक्स को हैरिटेज का दर्जा दिलाने के लिए भारत का प्रतिनिधित्व सफल रहा।

क्या है  केपिटल कॉम्प्लेक्स
सेक्टर 1 में स्थित केपिटल कॉम्प्लेक्स के निर्माण को देख कर कोई भी हैरत में पड़ सकता है। यहां पंजाब और हरियाणा दोनों सरकार की सीट है। यह कॉम्प्लेक्स ली कोरबुसियर के उत्कृष्ट वास्तुशिल्प का नमूना है और इससे चंडीगढ़ के नियोजित शहर होने की भी झलक मिलती है। परिसर के अंदर सचिवालय, विधानसभा और उच्च न्यायालय की इमारतें हैं। केपिटल कॉम्प्लेक्स के बीच में ‘ओपन हैंड’ बना है, जो चंडीगढ़ का आधिकारिक चिन्ह है। पर्यटक यहां से भी इन तीनों भव्य इमारतों को देख सकते हैं। इन भवनों को करीब से देखने के लिए आपको सेक्टर 9 स्थित टूरिस्ट ब्यूरो या सेक्टर 17 प्लाजा स्थित टूरिस्ट रिसेप्शन सेंटर से अनुमति लेनी पड़ेगी।
 

Nisha Bhardwaj