ग्रामीण इलाकों में वोट मांगने आए भाजपा नेताओं के खिलाफ नहीं थम रहा लोगों का विरोध

5/6/2019 12:28:24 PM

कैथल (जोगिंदर कुंडू): प्रदेश में 12 मई को मतदान होना है, लेकिन बीजेपी नेताओं का विरोध रुकने का नाम नहीं ले रहा है। एक तरफ तो गांव भागल में सुभाष बराला व कुलवंत बाजीगर का विरोध हुआ और दूसरे हरियाणा की सबसे बड़ी पंचायत वाले गांव पाई में सुभाष बराला को काले झंडे दिखाए गए। वहीं रविवार शाम गांव भागल में बीजेपी की सभा में लोगों ने जमकर विरोध किया। यहां लोगों ने बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष सुभाष बराला और विधायक कुलवंत बाजीगर के खिलाफ जमकर नारे लगाए।

बता दें कि उपमंडल के गांव भागल में बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष सुभाष बराला द्वारा एक जनसभा का कार्यक्रम रखा गया था, जिसमें सुभाष बराला के साथ गुहला विधायक कुलवंत बाजीगर भी पहुंचने वाले थे।  मंच पर तमाम कार्यकर्ताओं के साथ हरियाणा शुगर मिल के चेयरमैन सरदार हरपाल सिंह व पूर्व विधायक बूटा सिंह मौजूद थे। इसी दौरान गांव के ही सैकड़ों युवा विधायक कुलवंत बाजीगर और सुभाष बराला मुर्दाबाद के नारे लगाते हुए मंच के सामने आ गए।

मौके की नजाकत को समझते हुए सभी नेता वहां से चले गए। इसके बाद ग्रामीणों द्वारा जो हाल मंच का किया गया था, वह देखने लायक था। हवा में कुर्सियां इधर से उधर पटकी जा रही थी. लोगों ने पूरे कार्यक्रम को तहस-नहस कर दिया। गांव भागल में कुछ ही महीने पहले शहीद हुए राजेश पुनिया के लिए कुछ युवा नारे लगाने लगे। इसके साथ-साथ गुहला विधायक कुलवंत बाजीगर व प्रदेश अध्यक्ष सुभाष बराला का भी विरोध करते नजर आए।

वहीं जब हरियाणा के सबसे बड़े गांव पाई में सुभाष बराला पहुंचे तो युवाओं द्वारा काले झंडे दिखाए गए। ग्रामीणों की माने तो गांवों में कोई विकास कार्य नहीं हुए जिसकी वजह से विरोध हुआ। एक कारण ओर बताया जा रहा है जाट आरक्षण में सांसद राजकुमार सैनी ने जाटों के खिलाफ जमकर बोला जिसका खामियाजा नायब सैनी की भुगतना पड़ सकता है क्योंकि पाई जाट बहुल गांव है। लोगों का ये भी मानना है कि नायब सैनी गांव में एक बार भी लोगों से वोट की अपील करने नहीं पहुंचे।

Shivam