पूर्व CM हुड्डा के पी.एस. रहे छतर सिंह का UPSC सदस्य पद से इस्तीफा

9/24/2017 9:20:45 AM

चंडीगढ़ (पांडेय):पूर्व की हुड्डा सरकार के दौरान मुख्यमंत्री के करीबी अफसर रहे छतर सिंह ने संघ लोक सेवा आयोग के सदस्य पद से इस्तीफा दे दिया है। यू.पी.एस.सी. में छतर सिंह का कार्यकाल करीब 6 महीने से ज्यादा बाकी था। छतर सिंह पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा के दूसरे कार्यकाल में करीब 4 वर्षों तक उनके प्रधान सचिव रहे हैं। सूत्रों की मानें तो छतर सिंह का नाम जमीन घोटाले में सामने आने से उन पर लंबे समय से इस्तीफे का दबाव बनाया जा रहा था।

माना जा रहा है कि यू.पी.एस.सी. जैसी संवैधानिक संस्था में होने के कारण सी.बी.आई. उनसे पूछताछ नहीं कर सकती थी। लिहाजा अब अगले कुछ दिनों में सी.बी.आई. छतर सिंह पर शिकंजा कस सकती है। हरियाणा में खट्टर सरकार आने के बाद पूर्व की हुड्डा सरकार के कार्यकाल के दौरान जमीन से जुड़े अलग-अलग 3 मामलों की सी.बी.आई. जांच चल रही है। इनमें पंचकूला औद्योगिक प्लाट आबंटन मामले में सी.बी.आई. पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा के अलावा कई अफसरों से पूछताछ कर चुकी है। 

बताया गया कि उक्त प्लाट आबंटन छतर सिंह के प्रधान सचिव पद पर रहने के दौरान हुआ था। इस मामले में सी.बी.आई. मुकद्दमा दर्ज कर चुकी है। सी.बी.आई. की जांच के मुताबिक प्लाट आबंटन के प्रावधानों में हेरफेर कर औद्योगिक जमीनें 14 लोगों को दी गईं। इस दौरान आखिरी तिथि समाप्त करने के बावजूद आवेदन करने की छूट दी गई। आवेदन की आखिरी तिथि 6 जनवरी, 2012 थी, लेकिन इन 14 लोगों ने 24 जनवरी, 2012 को आवेदन किया। सी.बी.आई. की एफ.आई.आर. में हरियाणा अर्बन डिवैल्पमैंट अथॉरिटी (हुडा) के तत्कालीन अध्यक्ष रहे भूपेंद्र सिंह हुड्डा के अलावा हुडा के मुख्य प्रशासक डी.पी.एस. नागल सहित अन्य अधिकारियों का का नाम शामिल है। जांच में भी आरोप है कि इन 14 लोगों को बाजार कीमत से काफी रियायती दर पर जमीनें उपलब्ध करवाई गईं, जिससे प्रदेश के खजाने को कई करोड़ों को नुक्सान हुआ।