बाढ़ में मदद के ‘नायाब’ हाथों से मजबूत हो रही पंजाब-हरियाणा के ‘रिश्तों’ की डोर
punjabkesari.in Saturday, Sep 13, 2025 - 09:05 PM (IST)

चंडीगढ़ (संजय अरोड़ा): सभी धर्मों में मानव सेवा को ही सर्वाेपरी माना गया है और कमोबेश आपदा की इस घड़ी में हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने अपने इसी सेवा भाव को न केवल प्रकट किया है अपितु प्रदेश के पड़ोसी राज्यों में आई बाढ़ से हुए नुकसान की भरपाई के लिए 5-5 करोड़ रुपए की आर्थिक सहायता करते हुए इन राज्यों के लोगों को नुकसान से उबारने का भी सार्थक प्रयास किया है। यही नहीं हिमाचल, जम्मू कश्मीर व पंजाब राज्यों की आर्थिक मदद करते हुए मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने राजनीति की दलगत भावना से हटकर निरंतर की जा रही मदद के आसरे इन राज्यों खासकर पंजाब में दशकों से चले आ रहे ‘रिश्तों’ की डोर को भी और मजबूत किया है।
इस बात को पंजाब के आम जनमानस ने भी स्वीकार है कि हरियाणा सरकार विशेषकर सी.एम. सैनी ने आपदा की इस घड़ी में मदद के हाथ बढ़ाते हुए दोनों राज्यों को इस आपदा से बाहर निकालने में बड़ी पहल की है। उल्लेखनीय है कि इस बार अत्याधिक बरसातों के कारण कई राज्यों में जलप्रलय ने भारी क्षति पहुंचाई है। इस प्राकृतिक विपदा में आम लोगों के साथ साथ धरतीपुत्रों को भी भारी नुकसान हुआ है। हिमाचल व जम्मू के साथ साथ पंजाब में लाखों एकड़ फसलें तबाह हो गई और साथ ही हरियाणा के भी कई जिलों में जलभराव के कारण नुकसान पहुंचा है। बेशक हरियाणा में उक्त राज्यों की बनिस्पत नुकसान कम हुआ है क्योंकि सरकार ने समय रहते ही बाढ़ प्रबंधन के कार्यांे को अंजाम देने की कवायद को जारी रखा मगर पड़ोस में स्थित राज्य पंजाब में नुकसान का आंकड़ा कहीं अधिक है और यही कारण है कि मुख्यमंत्री सैनी ने राजनीतिक भावना को पीछे छोडक़र मानव सेवा एवं जनसहयोग के भाव पर ज्यादा फोकस रखा और उन द्वारा पंजाब की ओर बढ़ाए गए मदद के हाथ से प्रेरणा लेकर प्रदेश के विभिन्न हिस्सों से अनेक संस्थाओं ने भी पंजाब में मदद पहुंचाने का सिलसिला शुरू किया हुआ है।
मुख्यमंत्री ने दिया संवेदनशीलता का परिचय
गौरतलब है कि देश भर में बरसातों ने इस कदर कहर बरपाया कि पहाड़ी क्षेत्रों के साथ साथ मैदानी इलाकों में भी हर तरफ पानी ही पानी हो गया। लोगों के मकान डूब गए तो वहीं फसलें भी इस जलप्रलय की भेंट चढ़ गई। बाढ़ की इस भयंकर त्रासदी ने बर्बादी की ऐसी इबारत लिखी कि हर पन्ने पर वेदना, करुणा, पुकार और लाचारी दिखाई दी। समूचा जनजीवन की आशाओं पर आफत के बादलों ने पानी-पानी कर दिया। हिमाचल, जम्मू कश्मीर ही नहीं पंजाब राज्य में भी हर तरफ लोगों खासकर किसानों के माथे पर चिंताओं की लकीरें उकर आई। ऐसे में हरियाणा जो खुद भी इस प्राकृतिक आपदा की चपेट में था मगर इंसानियत का धर्म निभाते हुए सूबे के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी अपनों के साथ साथ पड़ोसियों के लिए मदद के हाथ बढ़ाते हुए नजर आए। राजनीतिक पर्यवेक्षकों का मानना है कि मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी बाढ़ की इस विकट स्थिति के दौरान अद्वितीय नेतृत्व और संवेदनशीलता का परिचय दिया। उन्होंने बिना थके और बिना रुके प्रदेशभर के बाढग़्रस्त क्षेत्रों का लगातार दौरा किया, स्थिति का जायजा लिया और प्रभावित लोगों की समस्याओं को नजदीक से समझा। मुख्यमंत्री ने प्रशासन और संबंधित विभागों के अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए कि राहत और बचाव कार्यों में किसी भी प्रकार की ढिलाई बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने यह भी सुनिश्चित किया कि हर जरूरतमंद परिवार तक समय पर सहायता सामग्री, चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराई जाए।
भाजपा संगठन भी पहुंचा रहा राहत
मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी की इस पहल के बाद राहत के इस अभियान में सिर्फ सरकारी स्तर पर ही नहीं बल्कि सामाजिक संस्थाओं और भाजपा संगठन ने भी बढ़-चढक़र भाग लिया है। कोई अपने घर से राशन निकालकर दे रहा है, तो कोई कपड़े और दवाइयां लेकर राहत शिविरों तक पहुंच रहा है। हरियाणा के युवाओं ने खुद आगे आकर पैकेट तैयार किए और उन्हें बाढ़ पीडि़तों तक पहुंचाने के लिए ट्रकों में लादा। यह दृश्य अपने आप में दर्शाता है कि जब इंसानियत की बात आती है, तो सीमाएं और सरहदें छोटी हो जाती हैं। बाढ़ से प्रभावित पंजाब के लोगों ने हरियाणा से मिली इस मदद को राहत की बड़ी किरण बताया और इसी के बूते इन पीडि़त लोगों के चेहरे पर हरियाणा से पहुंची मदद ने मुस्कान ला दी। कई बुजुर्गांे ने माना कि यह सिर्फ मदद नहीं, भाईचारे की भी सच्ची मिसाल है। इसके अलावा मुख्यमंत्री सैनी ने दोहराया कि बाढ़ से प्रभावित हर नागरिक को चाहे उसका नुकसान छोटा हो या बड़ा, सरकार द्वारा पूरा मुआवजा दिया जाएगा। सरकार इस दिशा में पूरी प्रतिबद्धता के साथ कार्य कर रही है और किसी को भी नजरअंदाज नहीं किया जाएगा। मुख्यमंत्री के आह्वान पर जहां आम लोग भी दूसरे राज्यों में मदद पहुंचा रहे हैं तो वहीं भाजपा कार्यकर्ता भी हर जिले से राहत सामग्री जुटाकर प्रभावित इलाकों तक पहुंचा रहे हैं। प्रदेश के 22 जिलों से लगातार राहत सामग्री के सैकड़ों ट्रक रवाना किकिए जा चुके हैं।
संकट की घड़ी में इंसानियत से बढक़र कोई धर्म नहीं: नायब सैनी
मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने एक पोस्ट शेयर करते हुए कहा कि सेवा करना भाजपा का मूल संस्कार है और संकट की इस घड़ी में भाजपा की सरकार और संगठन दोनों बाढ़ पीडि़तों के साथ मजबूती से खड़े हैं। सरकार पड़ोसी राज्यों की मदद के लिए भी हर समय तैयार है। उन्होंने कहा कि संकट की घड़ी में इंसानियत से बढक़र कोई धर्म नहीं होता। हरियाणा और पंजाब सिर्फ पड़ोसी राज्य नहीं बल्कि भाई-भाई हैं। उन्होंने कहा कि जब एक प्रदेश आपदा रूपी संकट से जूझ रहा हो तो दूसरा प्रदेश कैसे चुप बैठ सकता हैं। हमारे गुरुओं ने हमें सिखाया है कि ‘किरत करो, वंड छको’ और हरियाणा ने गुरुओं की इसी भावना को अपनाया। उन्होंने कहा कि जब तक बाढ़ से प्रभावित लोगों का जीवन सामान्य नहीं हो जाता तब तक हरियाणा पीडि़तों की हर संभव सहायता के लिए तैयार रहेगा।