पारदर्शिता एवं विश्वसनीयता का संगम है पंजाब केसरी : प्रो.गणेशीलाल

8/29/2018 9:31:54 AM

सिरसा(ब्यूरो): उड़ीसा के राज्यपाल महामहिम प्रो.गणेशीलाल का कहना है कि वे मीडिया के 3 प्रारूप मानते हैं। पहला प्रारूप हैं नारद की जर्नलिज्म। नारद की जर्नलिज्म में देव, दानव एवं मानव तीनों के परिपेक्ष्य में पारदर्शिता है और ऑब्जैक्टिविटी है। उनकी पत्रकारिता सभी को स्वीकार्य है। पत्रकारिता का दूसरा प्रारूप है भगवान हनुमान की जर्नलिज्म। उनकी खोजी पत्रकारिता रही। भगवान राम और लक्ष्मण के प्रति उनका अनन्य भाव एवं शत्रु से भी तीखा सवाल संयमित भाषा में करना उनकी खासियत है। 

जबकि पत्रकारिता का तीसरा रूप है टैम्पर्ड जर्नलिज्म जो शूर्पनखा की पत्रकारिता है। उड़ीसा के राज्यपाल प्रो.लाल एफ. ब्लॉक स्थित पंजाब केसरी ब्यूरो कार्यालय में पहुंचे थे। उन्होंने कहा कि हिंदुस्तान की सरकार पार्टी लैस है और एक भारत-श्रेष्ठ भारत के नारे पर काम कर रही है। ऐसे ही हरियाणा में सरकार हरियाणा एक-हरियाणवी एक पर काम कर रही है। किसी के प्रति कोई पक्षपात न करने का नाम पत्रकारिता है।

विश्वसनीयता, अभिव्यक्ति की आजादी का नाम पत्रकारिता है। भारत में त्रस्त एवं दुखी जनता की आवाज उठाना पत्रकारिता है और पंजाब केसरी समूह भी इसी रंग में रंगा हुआ है। प्रो.गणेशीलाल ने कहा कि पंजाब केसरी समूह विश्वसनीयता, पारदर्शिता एवं अभिव्यक्ति की आजादी का पर्याय है। उन्होंने कहा कि पंजाब केसरी परिवार ने पत्रकारिता के साथ-साथ सामाजिक सरोकारों की भूमिका का निर्वहन भी बड़ी जिम्मेदारी के साथ निभाया है। 

इस दौरान भारतीय जीवन बीमा निगम के सेवानिवृत्त मंडलीय प्रबंधक एल.के.अरोड़ा ने प्रो.लाल को सुझाव दिया कि उन्हें उड़ीसा जैसे राज्यपाल का अहम ओहदा दिया गया है। ऐसे में वे इस पद पर इस तरह की छाप छोड़े कि उड़ीसा के राज्यपालों की श्रेणी में उनका कार्यकाल स्वर्णिम दौर में गिना जाए। इस पर प्रो.लाल ने कहा कि सिरसा के इस बेटे को जिम्मेदारी गई है, उसका निर्वहन वे उचित तरीके से करेंगे।

Rakhi Yadav