हरियाणा की विधानसभा, जहां पंजाबी बिरादरी की पकड़ है इन इलाको में पंजाबियों को टिकटें मिलनी जरूरी :अशोक मेहता

punjabkesari.in Saturday, Jul 06, 2024 - 05:10 PM (IST)

 चंडीगढ़(चंद्रशेखर धरणी):  हरियाणा में होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर हर राजनीतिक दल जनता के साथ सामाजिक संगठनों को भी अपनी ओर करने की जुगत मे लगा है। इसी बीच पंजाबी महासभा के अध्यक्ष अशोक मेहता ने बड़ा ऐलान करते हुए भारतीय जनता पार्टी से अपनी नाराजगी और कांग्रेस को दिए जाने वाले समर्थन का राज खोल दिया। उन्होंने कहा कि पंजाबी एक मार्शल कौम है और पाकिस्तान से यहां आने के बाद देश और प्रदेश ही नहीं, बल्कि पूरे संसार में अपनी मेहनत के दम पर नाम कमाया है। उनकी कौम ने बिना किसी लालच और पारितोषिक के अनेक बलिदान दिए है। यहीं कारण है कि आज पंजाबी कौम समाज के हर वर्ग में आगे है।

25 से 26 विधानसभा क्षेत्रों में दबदबाअशोक मेहता ने बताया कि हरियाणा की 25 से 26 विधानसभा ऐसी हैं, जहां पंजाबी बिरादरी की पकड़ है। इन इलाकों में उनकी बिरादरी के प्रत्याशी जीतते रहे हैं और आज भी जीत सकते हैं। 1991 में चौधरी भजनलाल के शासन काल में हरियाणा सरकार में 17 मंत्री अकेले पंजाबी समुदाय के थे। उन्होंने लोकसभा चुनाव में गुरुग्राम और करनाल से पंजाबी समुदाय के व्यक्ति को टिकट दिए जाने पर कांग्रेस का आभार जताते हुए कहा कि विधानसभा के उप चुनाव में भी कांग्रेस ने उनकी कौम के सरदार त्रिलोचन सिंह को टिकट दिया था। इसीलिए वह लोग कांग्रेस के साथ हैं।

बीजेपी ने पंजाबी कौम के साथ नाइंसाफी की

 पंजाबी महासभा के अध्यक्ष अशोक मेहता ने बताया कि उन लोगों ने पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल से मुलाकात कर उनसे हरियाणा में पंजाबी वेलफेयर बोर्ड बनाने की मांग की थी, जिससे उनकी दिक्कतों की सुनवाई हो सके, लेकिन उनकी कोई सुनवाई नहीं हुई। उन्होंने आरोप लगाया कि पंजाबी होते हुए भी मनोहर लाल ने कौम के लिए कोई काम नहीं किया। इसलिए पंजाबी वर्ग उनसे नाराज है। मेहता ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी में पहली बार कोई मुख्यमंत्री और गृह मंत्री पंजाबी समुदाय के बने थे, लेकिन बीजेपी ने ये दोनों ही वापस ले लिए। बीजेपी ने पंजाबी कौम के साथ बहुत नाइंसाफी की है।

बीजेपी की नीतियों के कारण बाहर जा रहे बच्चें

पंजाबी समुदाय के बच्चों के विदेश जाने को लेकर अशोक मेहता ने बताया कि हरियाणा में रोजगार नाम की चीज नहीं है। बेरोजगारी के कारण बच्चे बाहर जाने को मजबूर है। हाल ही में पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने बताया कि हरियाणा में सेक्शन 2 लाख सरकारी नौकरियां खाली पड़ी है, जिन्हें सत्ता में आने पर वह भरने का काम करेंगे। यदि उनके बच्चों को यहां रोजगार मिले तो वह बाहरन हीं जाएंगे, लेकिन बीजेपी की नीतियों के कारण उनके बच्चे बाहर जाने को मजबूर है। यदि रोजगार मिलेगा तो बच्चे भी यहीं रहेंगे।


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Content Writer

Isha

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