कुवारों की मांग- आधार से जोड़ा जाए मैरिज सर्टिफिकेट, ताकि संपत्ति लेकर भाग न जाएं दुल्हन

4/3/2018 1:33:08 PM

जींद(ब्यूरो): प्रदेश के कुंवारे इन दिनों दोहरी समस्या में फंसे हैं। जिनकी मजबूरी का फायदा उठाने के लिए प्रदेश में इनदिनों कई गिरोह सक्रिय हैं। जमीन-जायदाद होने के बावजूद इनकी शादी नहीं हो रही। उम्र निकलती जा रही है। जो मोल ली गई दुल्हनें आ रही हैं वे लुटेरी निकल रही हैं। जींद जिले और आसपास के कुंवारों ने अपने साथ शादी के इस फर्जीवाड़े को रोकने के लिए मांग की है कि मैरिज सर्टिफिकेट को आधार कार्ड से जोड़ा जाए, ताकि दुल्हन की सही पहचान सामने आ सके।

फर्जी होती है इन इनकी पहचान
जो यूपी, बंगाल, बिहार, झारखंड आदि राज्यों से काफी कम कीमत पर लड़कियां खरीद कर लाते हैं और फिर हरियाणा में एजेंटों की मार्फत एक से दो लाख रुपए लेकर कुंवारों के साथ शादी करवा देते हैं। इस दौरान कोर्ट में शादी होती है। दुल्हन की पहचान पूरी फर्जी होती है। शादी के कुछ दिन बाद ही ऐसी दुल्हनें घर में रखी नगदी, जेवरात व अन्य कीमती सामान मौका लगते ही लेकर फुर्र हो जाती हैं।

प्रदेश में करीब 10 लाख कुंवारों की उम्र 30 से पार
प्रदेश में पिछले कई साल से लगातार कुंवारों की संख्या बढ़ रही है। फिलहाल प्रदेश में करीब 10 लाख ऐसे कुंवारे हैं, जिनकी उम्र 30 से पार पहुंच चुकी हैं और शादी नहीं हो पा रही। काफी कुंवारे इस दौरान दूसरे प्रदेशों से मोल की बहू लेकर आए हैं। इसमें सबसे ज्यादा मोल की बहुएं पश्चिम बंगाल, बिहार व झारखंड से आई हैं।

कारण: कन्या भ्रूण हत्या
पूर्व आईएएस अधिकारी जयवंती श्योकंद का कहना है कि प्रदेश में कुंवारों की लगातार संख्या का इस समय बढ़ने का बड़ा कारण विगत सालों में प्रदेश में हुई कन्या भ्रूण हत्या है। समाज में बेटे की ज्यादा चाहत रही है। इसके कारण लिंगानुपात बिगड़ा है। समाज अब कन्या भ्रूण हत्या का दंश झेल रहा है।
 

Deepak Paul