BPL कार्ड को लेकर सवालों के घेरे में सरकार, गरीब श्रेणी से बाहर हुआ 70 हजार इनकम वाला परिवार

1/8/2023 3:38:07 PM

डबवाली(संदीप) : हरियाणा में सालाना 1 लाख 80 रुपए कमाई करने वाले परिवारों को भी बीपीएल राशन कार्ड का लाभ देने की शुरुआत की गई है। परिवार पहचान पत्र में दर्ज की गई इनकम के आधार पर परिवारों के पीले और गुलाबी राशन कार्ड बनाए जा रहे हैं। सरकार का कहना है कि परिवार पहचान पत्र में जिन परिवारों की वार्षिक आय 1 लाख 80 हजार रुपए तक है, उनके पीले राशन कार्ड खुद ही बन जाएंगे। इस बीच डबवाली के इंदिरा नगर में रहने वाले परिवार के फोन पर एक मैसेज आया, जिसमें इस परिवारों को बीपीएल राशन कार्ड के लिए अपात्र बताया गया है। परिवार के सदस्यों का कहना है कि पीपीपी में इनकी सालाना कमाई 70 हजार रुपए है। अब परिवार के सामने महंगा राशन खरीदने की चुनौती खड़ी हो गई है। यही कहानी शहर के कई अन्य परिवारों की भी है। कई ऐसे परिवार हैं कि जिनकी परिवार पहचान पत्र में आय 1 लाख 80 हजार से कम होने के बावजूद उनका राशन कार्ड रद्द कर दिया गया है।

 

राशन कार्ड रद्द होने से महंगा राशन खरीदने को मजबूर हुए लोग

 


इंदिरा नगर के रहने वाले परिवार के मुखिया 66 वर्षीय मखन लाल व उनकी पत्नी मंजीत कौर के मुताबिक उनकी सालाना आय 70 हजार से भी कम है। खुद मखन लाल शुगर के मरीज हैं और वे ज्यादातर समय बीमार रहते हैं। मंजीत कौर के मुताबिक बीपीएल (पीला) कार्ड ही उनके परिवार का सहारा था। इस कार्ड से उन्हें राशन मिल जाता था। अब उनका राशन कार्ड रद्द कर दिया गया है। ऐसे में उन्हें राशन मिलना भी बंद हो जाएगा। परिवार का कहना है कि इस महंगाई के दौर में उन्हें पेट भरने के लिए खुद से राशन खरीदना पड़ेगा। मंजीत कौर के मुताबिक उनका राशन कार्ड काटना सरासर गलत है। उन्होंने सरकार व प्रशासन से गुहार लगाई है कि उनका बीपीएल राशन कार्ड फिर से बहाल किया जाए।

 


लोगों का आरोप, बिना सर्व के छीना जा रहा गरीबों का हक


बता दें कि राज्य सरकार 1 लाख 80 हजार रुपए सालाना आय वाले परिवारों के पीले राशन कार्ड बनवा रही है। हालांकि जिन लोगों के पहले से पीले राशन कार्ड बने हुए थे और परिवार पहचान पत्र में जिनकी सालाना आय 1 लाख 80 हजार रुपए से कम है, उनके पीले राशन कार्ड काटे जा रहे हैं। इसके लिए किसी तरह का कोई सर्वे भी प्रशासन की तरफ से नहीं किया जा रहा है। सिर्फ परिवार पहचान पत्र में दर्शाई गई आय के आधार पर ही राशन कार्ड रद्द किए जा रहे हैं। बी.पी.एल कार्ड की सुविधाएं छीनने से अब हजारों गरीब परिवार परेशानी में आ गए हैं। वहीं यह जानना भी जरूरी है कि सरकार का दावा है कि प्रदेश के परिवारों की आय जानने के लिए सरकार द्वारा सर्वे कराया गया है। इस सर्वे के आधार पर ही पात्र परिवारों को बीपीएल राशन कार्ड की सुविधा दी जा रही है, जबकि अपात्र परिवारों के मौजूदा राशन कार्ड रद्द किए जा रहे हैं।

 

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Content Writer

Gourav Chouhan