राहुल की भारत जोड़ो यात्रा कांग्रेस के लिए बहुत फायदेमंद साबित होगी: किरण चौधरी

1/1/2023 4:40:10 PM

चंडीगढ़ (धरणी) : कुलदीप बिश्नोई के भाजपा में जाने और भव्य के विधायक बनने के बाद से लगातार राजनीतिक चर्चाओं में किरण चौधरी के भाजपा में जाने की अटकलों पर विराम लगाते हुए पूर्व मुख्यमंत्री चौधरी बंसीलाल की पुत्रवधू -पूर्व नेता प्रतिपक्ष-पूर्व मंत्री एवं कांग्रेस की वरिष्ठ नेता विधायक किरण चौधरी ने साफ शब्दों में पंजाब केसरी से बातचीत के दौरान यह कहा है कि उन्ही की राजनीतिक पार्टी में बैठे उनके राजनीतिक मित्र अपना नाश खुद करने में लगे हुए हैं। क्योंकि इन अफवाहों से ना केवल पार्टी का नुकसान होगा, बल्कि उनके खुद के भी राजनीतिक सफर में अड़चन पढ़ना तय है।

किरण चौधरी लगातार इस बात को ठोस शब्दों में यह कहती रही हैं कि वह कांग्रेस की मिट्टी से ही बनी है और हमेशा पार्टी की एक समर्पित कार्यकर्ता के रूप में कार्य करती रहेंगी यानि उनके राजनीतिक विरोधी बेशक कितनी भी कोशिश करें, वह कहीं जाने वाली नहीं है। इस मौके पर उन्होंने उनके बारे अफवाह फैलाने वाले लोगों को डरा-सहमा बताते हुए कहा कि किरण चौधरी से उनका कोई मुकाबला नहीं है। उनसे और भी कई महत्वपूर्ण विषयों पर बातचीत हुई। जिसके कुछ अंश आपके सामने प्रस्तुत हैं :-

प्रश्न : 3 दिन के सेशन को लेकर आपका निष्कर्ष क्या है, क्या खोया और क्या पाया ?
उत्तर : 
मैंने बहुत से अहम मुद्दे सदन पटल पर रखे। 14 कालअटेंशन मोशन भेजे थे और सबसे ज्यादा अहम मुद्दे मेरे ही लगे हैं। कौशल रोजगार निगम पर पूरी तलख चर्चा हुई। एससी- ओबीसी के वह बच्चे जिन्हें छात्रवृत्ति पूरी नहीं मिली, 2020-21 वाले बच्चों के मुद्दे को मैंने जोर-शोर से उठाया। चौ. अभय सिंह चौटाला और मैंने शराब तस्करी के मामले में 7 लाख पेटियां जो पकड़ी गई, करोड़ों रुपए का राजस्व का चूना प्रदेश सरकार को लगाया जा रहा है, उस पर कॉलिंग अटेंशन लगाया था। हमारे क्षेत्र में जो सड़कें और पुल जर्जर हालत में हैं, मार्केटिंग बोर्ड की सड़कें टूटी फूटी पड़े हैं, मेरे क्षेत्र निगाना फीडर में ऐसा पानी डाला जा रहा है कि सफेद फॉम सी निकल रही है, इतना जहरीला पानी अगर ग्रामीण पिएंगे तो बीमार पड़ जाएंगे। सरकार को इन बातों की ओर संज्ञान लेना चाहिए। मैंने स्टेडियम की बात उठाई।

प्रश्न : किसानों को लेकर भी आप काफी अग्रेसिव नजर आई ?
उत्तर : 
किसान भाइयों के साथ सरकार का व्यवहार  बेहद अचरज भरा है। कृषि मंत्री बड़े जोर-शोर से हर बिजाई सीजन में डीएपी की किल्लत ना होने की बात करते हैं, लेकिन धरातल पर स्थितियां कुछ और हैं। दादरी व अन्य कई स्थानों पर सुबह-सुबह किसानों की लंबी लाइन की फोटो अखबार में भी छपी, किसानों को फिर भी खाद नहीं मिल पा रहा। किसानों को खाद के कट्टे के साथ जबरन- जिंक- पोटाश या अलग से कोई बीज इत्यादि दिए जा रहे हैं। अगर कोई मना करता है तो उन्हें खाद का कटा नहीं दिया जाता। फसलों की बढ़ती लागत से किसानों की आर्थिक स्थिति का बुरा हाल है। सरकार किसानों के साथ खिलवाड़ कर रही है। यूरिया खाद की कोई कमी ना होने का दावा सरकार द्वारा किए जाने के बाद भी इसकी आखिर कालाबाजारी कैसे चल रही है ? इसका जिम्मेदार कौन है ? विभाग के मंत्री की नाक तले यह कैसे संभव है ? सीईटी (कॉमन एलिजिबिलिटी टेस्ट) नौजवानों के गले की फांस बना हुआ है। दूर दराज के क्षेत्रों में जाकर लाखों बच्चों ने सीईटी का इंतिहान दिया। लेकिन सरकार ने इसे 3 साल के लिए मान्य किया। मेरिट में आने वाले बच्चे ही अलग-अलग विभाग में नौकरियां निकलने पर पेपर दे पाएंगे। लेकिन 3 साल बीत जाने के बाद वह बच्चा क्या करेगा ? 3 साल के दौरान दूसरे बच्चे जो तैयार होंगे, वह कहां जाएंगे ? यानि साफ मतलब यह है कि सरकारी नौकरियां नहीं लग पाएंगे और मेरिट वाला ही बच्चा पेपर में बैठ पाएगा। इसलिए सरकार को इसमें दुरुस्तगी करने की आवश्यकता है। हर साल सरकार को सीईटी रखना चाहिए। इससे जबरदस्त रही भगदड़ पर भी रोक लगेगी। आज प्रदेश में सबसे अहम मुद्दे नौजवानों के सामने बेरोजगारी का है। सहूलियत देना सरकार का दायित्व है। बच्चों की परेशानी को दूर करने के इंतजाम सरकार को करनी चाहिए। मैंने यह सभी मुद्दे विधानसभा के सदन पटल पर उठाए हैं।

प्रश्न : आपकी कई जगह गैरमौजूदगी के चलते आपके राजनीतिक मित्र आपके बीजेपी में जाने के संकेत दे रहे हैं ?
उत्तर : 
मेरे कई ऐसे शुभचिंतक हैं जो अपना ही नाश करने में लगे हुए हैं और मुझे इससे कोई फर्क नहीं पड़ता। मेरी तबीयत खराब है, यह आप भी देख रहे हैं। मैं यहां सेशन में शामिल होने भी इसलिए आई हूं कि जनता के बहुत से ज्वलंत मुद्दे, जिन्हें कोई नहीं उठाता, उन्हें उठाने की जरूरत को समझते हुए मेरा आना जरूरी था। इस प्रकार की चर्चाएं मेरी ही पार्टी के कुछ लोग उठाते हैं। लेकिन उन्हें नहीं पता कि इसमें पार्टी का ही नुकसान हो रहा है। मैं तो हमेशा चर्चा में रहती हूं। बिना वजूद वाले लोग ही ऐसी बात फैलाते हैं। शुरू से ही मैं पार्टी के प्रति समर्पित हूं और अपना काम इमानदारी से करती हूं। पहले भी मैंने कहा है कि मान सम्मान मिलेगा तो मान सम्मान वापिस करेंगे।

प्रश्न : वाजपेई जी को याद करने पर भी आप पर लोगों ने उंगली उठाई है ?
उत्तर : 
मैंने पहले भी कहा है कि यह सवाल वहां भी पूछा करो जो कई बार यह भी कह गए हैं कि कांग्रेस अपना रास्ता बदल चुकी है। यह वह कांग्रेस नहीं रही। मैंने तो केवल अटल बिहारी वाजपेई जी को लेकर ट्वीट किया है। उस पर बहुत जल्दी कयास लगाने शुरू कर दिए गए। राहुल जी अटल जी की समाधि पर नमस्कार करने भी गए थे। अटल बिहारी वाजपेई जी के साथ चौ. सुरेंद्र सिंह के काफी पुराने रिश्ते थे। हर व्यक्ति के सामाजिक और निजी रिश्ते भी होते हैं। इसी प्रकार से हमारे भी उनके साथ रिश्ते रहे हैं। ट्वीट करके अगर मैंने श्रद्धांजलि दे दी तो इसका मतलब यह नहीं कि कहीं और मैं भाग कर जा रही हूं। इस प्रकार की बात उछाल कर वह अपना नुकसान खुद ही कर रहे हैं। इससे एक बात सामने आ जाती है कि एक तरफा काम चल रहा है। अगर कांग्रेस की एकजुटता नहीं दिखेगी तो लोग अपने आप कांग्रेस को नकारना शुरू कर देंगे। मेरी उन लोगों को हिदायत है कि आप हमारी पार्टी का नुकसान ना करें। यह नुकसान अल्टीमेटली तुम्हारा ही होगा।

प्रश्न : नए साल में पानीपत में होने वाली रैली में क्या आप भी उपस्थित रहेंगी ?
उत्तर : 
जी हां, बिल्कुल मैं नजर आऊंगी। अगर बीमार कोई भी हो जाए तो उस बारे में कोई कुछ नहीं कह सकता। राहुल गांधी जी जब आए तो हमने उन्हें रिसीव किया था। श्रुति उनसे मिलकर भी आई थी।मुझे बहुत अधिक इन्फेक्शन हो गया और आज भी बहुत मुश्किल से मैं बोल पा रही हूं। राहुल गांधी जी आएंगे हम उनका स्वागत करेंगे। पूरा हरियाणा यात्रा के लिए पूरी तरह से तैयार है और यह यात्रा कांग्रेस के लिए बहुत फायदेमंद साबित होगी।

प्रश्न : भाजपा में किरण के जाने की बातों में दम कितना है ?
उत्तर : 
इस तरह की बातें करने वालों को यह नहीं समझ आ रहा कि इसमें मेरा कोई भी नुकसान नहीं हो रहा। उन्हें यह समझना चाहिए कि नुकसान उनका खुद का और उनके आकाओं का हो रहा है।

प्रश्न : कुलदीप बिश्नोई व भव्य के भाजपा में जाने और विधायक बनने के बाद किरण के जाने की चर्चाओं को और बल मिला है ?
उत्तर : 
सच्चाई यह है कि अभी तक मैं केवल भिवानी तक ही सीमित थी। जब एक तरफा काम होना शुरू हो गया तो भिवानी से बाहर निकलना पड़ा। क्योंकि बहुत सारे कांग्रेस समर्पित लोग जो हमसे जुड़े हुए हैं, जिन्हें हममें आशा है, अगर उनके लिए हम कुछ ना कर पाए तो यह बड़ी परेशानी की बात है। कांग्रेस आगे तभी चल सकती है, जब सभी मिलकर काम करें और इसी से कांग्रेस आगे बढ़ सकती है। चौ0 बंसीलाल के अनुयायी-समर्थक- उन्हें चाहने वाले- सुरेंद्र सिंह के पुराने साथी और वह नए लोग जो मुझसे कांग्रेस में जुड़े हैं, सारे हरियाणा के जिले-जिले में फैले हुए हैं। आज मैं न तो विधायक दल की नेता हूं और ना ही पीसीसी की प्रेसिडेंट हूं, लेकिन हर जिले में फैले हमारे लोगों को संभालने का उनकी परेशानियों को दूर करने का दम रखती हूं।

प्रश्न : शैलजा-सुरजेवाला और किरण की अचानक मुलाकात भी राजनीतिक चर्चाओं में गुटबाजी का रूप ले लेती हैं ?
उत्तर : 
हमने तो गुटबाजी कभी की ही नहीं, जो कर रहे हैं यह प्रश्न उनसे पूछे तो ज्यादा बेहतर जवाब मिलेगा।

प्रश्न : हरियाणा में आपका अगला कार्यक्रम क्या है और पहले की कोशिशें कितनी सफल मानती है ?
उत्तर : 
अभी तो फिलहाल राहुल की यात्रा में हम जोर-शोर से भाग लेंगे। हमने कार्यकर्ताओं की भी ड्यूटियां बांट दी हुई है। सभी कार्यकर्ता इस कार्यक्रम को लेकर बेहद उत्साहित हैं। यात्रा के समापन के बाद जिले वाइज मैं रिज्यूम करूंगी। 8 जिलों को मैं कवर कर चुकी हूं। मेरा अगला कार्यक्रम हिसार- यमुनानगर और सोनीपत में होगा। नए वर्ष में नया आगाज और अलग अंदाज के साथ कार्यकर्ताओं को मजबूत करके आगे चलने का काम करूंगी। कार्यकर्ताओं के बीच जाना- उन्हें संभालना मेरा फर्ज है और मैं अपना दायित्व निभाऊंगी।

Content Writer

Manisha rana