रेल मेला : उमड़े जनसैलाब ने बताया-अद्भुत-अद्वितीय

7/24/2019 7:50:42 AM

अम्बाला छावनी (हरिंद्र): अम्बाला मंडल द्वारा पिछले लगभग 1 महीने से की गई तैयारी का सफलता पूर्वक अंत हुआ। रेलवे द्वारा आयोजित 64वें राष्ट्रीय रेल मेले व सम्मान समारोह में जहां पूरे देश के तमाम रेल के उच्चाधिकारियों ने हिस्सा लिया तो वहीं रेल राज्य मंत्री सुरेश अंगढ़ी व हरियाणा सी.एम. मनोहर लाल खट्टर ने भी रेल मेले में मुख्यातिथि के तौर पर अपनी उपस्थिति दर्ज करवाई। 

अम्बाला मंडल के अधिकारियों व कर्मचारियों के आपसी तालमेल व सहयोग 64वां रेल मेला पूरी तरह हिट रहा। रेल मेले को देखने के लिए 3 दिन लोगों का हजूम लगा रहा। शायद ही ऐसा कोई स्टॉल या स्थान था, जहां रुककर लोगों ने अपनी जिज्ञासा न शांत की हो। लोग जहां रेलवे के आधुनिकीकरण को देखकर हैरान थे तो वहीं यात्री सुविधाओं व सुरक्षा में बढ़ौतरी को लेकर वह काफी उत्साहित नजर आए। आधुनिक रेलवे की झलक व अम्बाला मंडल के रेलवे अधिकारियों व कर्मचारियों के तालमेल से लगाया 3 दिवसीय रेल मेला मंगलवार संपन्न हो गया। उत्तर रेलवे जी.एम. टी.पी.सिंह अन्य अधिकारियों सहित रेल मेले में उपस्थित रहे। रेलवे की सुरक्षा व संरक्षा में योगदान देने वाले उत्कृष्ट कर्मचारियों को सम्मानित कर रेल मेले का समापन किया गया। इस अवसर पर अम्बाला मंडल डी.आर.एम. दिनेश चंद्र शर्मा, ए.डी.आर.एम. कर्ण सिंह व पंकज गुप्ता, सीनियर डी.सी.एम. हरि मोहन व सीनियर डी.ओ.एम. प्रवीण गौड़ द्विवेदी आदि अधिकारी उपस्थित रहे।

अम्बाला को मिली अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर पहचान
छावनी रेलवे स्टेशन उत्तर रेलवे का सबसे पुराना रेलवे स्टेशन है। अंग्रेजों के समय में दिल्ली से राजधानी शिमला जाने के लिए बीच रास्ते के छावनी रेलवे स्टेशन को विकसित किया गया जो धीरे-धीरे तरक्की करता हुआ विश्व मानचित्र पर नजर आया और अपनी एक विशेष पहचान कायम की। अम्बाला वैसे तो सांइस व मिक्सी उद्योग के लिए अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर एक विशेष स्थान रखता है लेकिन रेल मेले के आयोजन से छावनी रेलवे स्टेशन भी विश्व मानचित्र पर पूरी तरह से छा गया है। भारतीय रेलवे के इतिहास में छावनी का नाम स्वॢणम अक्षरों में लिखा जाएगा, जहां रेलवे के अधिकारियों व कर्मचारियों ने निष्ठा व ईमानदारी से ड्यूटी करते हुए रेल मेले को कामयाब होने में भरपूर सहयोग दिया।

Isha