रेलूराम परिवार के हत्यारे दामाद को लेकर जमानतियों ने किए चौंकाने वाले खुलासे

6/13/2018 12:34:00 PM

यमुनानगर: पूर्व विधायक रेलूराम पूनिया समेत परिवार के 8 लोगों का हत्यारा दामाद संजीव अभी पुलिस गिरफ्त से बाहर है। हालांकि जेल प्रशासन ने संजीव की पत्नी सोनिया से उसके गायब होने की पूछताछ भी की लेकिन उसने इसके बारे में कुछ भी पता न होने की बात कही। वहीं संजीव की पैरोल को लेकर एक बड़ा खुलासा हुआ है। संजीव को जिन्होंने पैरोल दिलाई, वे उसे जानते भी नहीं थे। जमानती तो दूर की बात जमानत के लिए संजीव की पैरवी करने वाले वकील तक का कहना है कि उन्होंने अपने दोस्त के कहने पर केस ले लिया। उन्हें तो अखबार से पता चला कि संजीव ने 8 मर्डर कर रखे हैं। 

संजीव को जानते भी नहीं उसके जमानती
जमानतियों का कहना है कि उन्हें तो ये भी नहीं पता था कि संजीव ने किनकी हत्या की हुई है। उन्हें बताया गया था कि हत्या के केस में संजीव 16-17 साल की सजा काट चुका है। एक साल की सजा बची है। वह पहले 8 बार पैरोल ले चुका है। उसका रिकॉर्ड अच्छा है। इन बातों में वे आ गए और संजीव के जमानत बन गए। 

जेल में बने दोस्त ने की मदद
वकील मोहित ने बताया कि पैरोल दिलाने के लिए 15 हजार रु. फीस तय हुई थी। इसमें से 3500-3500 रुपए दोनों जमानतियों ने लिए। पैरोल के लिए संजीव के जेल में बने दोस्त चगनौली के पूर्व सरपंच के बेटे रिक्की ने भागदौड़ की। रिक्की के पिता बलदेव सिंह ने ही संजीव की मां के अपने घर में किराएदार होने का शपथपत्र दिया। अब रिक्की का भी कहना है कि उससे गलती हो गई। संजीव को एक-एक लाख के मुचलके पर जमानत मिली है। 

पूर्व विधायक रेलूराम के परिवार को 2 गनमैन मुहैया कराए
संजीव के फरार होने से पूर्व विधायक रेलूराम के परिवार के लोग दहशत में हैं। रेलूराम के भतीजे जितेंद्र ने जान को खतरा बताते हुए पुलिस प्रशासन से सुरक्षा की गुहार लगाई। डीएसपी लॉ एंड ऑर्डर जितेंद्र सिंह ने परिवार को दो गनमैन मुहैया कराए हैं। 

Nisha Bhardwaj