रेलवे टीम ने रैस्क्यू किए 2 बच्चे, 1 को ले गए परिजन, दूसरे के परिजनों ने किया ले जाने इंकार

12/28/2019 10:17:02 AM

अम्बाला छावनी (हरिंद्र) : छावनी रेलवे स्टेशन से रेलवे चाइल्ड टीम ने 2 अलग-अलग बच्चों को रैस्क्यू किया। इनमें से 1 बच्चे को तो परिजन गुरुवार ले गए, लेकिन दूसरे बच्चे के परिजनों ने बच्चे को ले जाने से इंकार कर दिया। बच्चे को सी.डब्ल्यू.सी. के समक्ष पेश कर शैल्टर होम भेज दिया है।मोबाइल गेम का असर कहें या फिर गलत संगत का साथ। नौजवान बच्चे भटक रहे हैं और जाने-अनजाने ऐसा कदम उठा लेते हैं जो उन्हें समाज व परिजनों से दूर कर रहा है।

ऐसे ही 2 अलग-अलग मामले छावनी रेलवे स्टेशन स्थित रेलवे चाइल्ड कार्यालय में देखने को मिले। पहले मामले की जानकारी देते हुए चाइल्ड लाइन सदस्य सुनीता ने बताया कि एक बच्चा पिछले 2 दिन से स्टेशन पर लावारिस अवस्था में घूम रहा था। आर.पी.एफ. की मदद से बच्चे को रैस्क्यू किया गया। बच्चे ने प्राथमिक पूछताछ में बताया कि वह अमृतसर से परिवार सहित कटिहार जा रहा था, लेकिन छावनी स्टेशन पर सामान लेने उतरा तो ट्रेन चल पड़ी और वह स्टेशन पर ही रह गया।

बच्चे से जानकारी लेकर परिजनों को सूचना दी गई। सी.डब्ल्यू.सी. के समक्ष परिजनों ने बयान दर्ज करवाए कि उनका बेटा पिछले लगभग 11 दिनों से घर से गायब है और इस सम्बंध में बिहार में एफ.आई.आर. भी दर्ज कराई है। कागजी कार्रवाई के बाद बच्चे को सकुशल परिजनों के हवाले कर दिया।

बार-बार भागता है, अब नहीं लेने आएंगे
दूसरा मामला काशीपुर उत्तराखंड का है। बच्चा बिना बताए घर से भागकर अम्बाला पहुंच गया था और यहां प्लेटफार्म-2 पर लावारिस हालत में मिला था। रेलवे चाइल्ड टीम सुनीता, अनिल व जसविंद्र ने बताया कि बच्चे ने काऊंसिलिंग के दौरान बताया कि उसे कोई अनजान व्यक्ति अपने साथ लुधियाना लेकर जा रहा था। बीच रास्ते वह व्यक्ति कहीं गायब हो गया और वह छावनी स्टेशन पर उतर गया। बच्चे द्वारा दी गई जानकारी के आधार पर जब रेलवे टीम ने परिजनों से संपर्क किया तो उन्होंने बताया कि उनका बेटा कई बार घर से भाग चुका है और 2 दिन पहले ही उसे दिल्ली से लेकर आए थे। अब उसकी हरकतों से तंग आ गए हैं, इसलिए अब उसे नहीं लेने आएंगे। 

Isha