पुराने ढर्रे पर बातचीत का कोई औचित्य नहीं: राजन राव

2/1/2021 10:11:38 PM

गुरुग्राम (गौरव): हरियाणा प्रदेश कांग्रेस समिति की अध्यक्षा, कुमारी सैलजा के राजनैतिक सचिव व दक्षिण हरियाणा के प्रभारी राजन राव ने कहा कि लंबे समय बाद ही सही, प्रधानमंत्री ने किसानों से पुन: बातचीत की पेशकश की है, लेकिन पीएम की ये पहल महज दिखावा नजर आती है। अगर पीएम को किसानों की जरा भी चिंता है तो इस किसानों की मांग का सकारात्मक हल निकालें। अन्नदाता को ठिठुरती ठंड में बैठे-2 महीने से ज्यादा का वक्त बीत चुका है अब समस्या का सकारात्मक हल निकाला जाना चाहिए। अगर पुराने ढर्रे पर ही किसानों से बातचीत होती है तो उसका कोई औचित्य नहीं।

राव ने कहा कि दो महीने से अधिक समय हो गया है किसान आंदोलन को, लेकिन अभी तक सरकार की ओर से कृषि कानूनों पर सकारात्मक पहल नहीं की गई। सरकार ने अभी तक अपना अडिय़ल रवैया ही दिखाया है। अब चूंकि प्रधानमंत्री ने किसानों से बातचीत की पहल की है तो उम्मीद की जानी चाहिए कि बातचीत अब निर्णायक होगी। उन्होंने कहा कि भाजपा ने किसान आंदोलन को तोडऩे और किसानों को भ्रमित करने के सारे प्रपंच रचे, लेकिन सरकार आंदोलन को ना तोड़ पाई ना ही किसानों को झुका पाई।

राव ने कहा कि सरकार को देर से ही सही आंदोलन की हकीकत समझ आ गई है। पूरे देश का किसान सरकार से तीनों कृषि कानून रद्द कराकर ही दम लेगा। यह बात भी सरकार को अच्छी तरह समझ लेनी चाहिए। उन्होंने कहा कि कृषि कानूनों की रद्द कराने के साथ साथ अब यह किसानों के सम्मान और पगड़ी की लड़ाई बन गई है। किसान किसी भी कीमत पर अपने सम्मान पर आंच नहीं आने देगा। किसान अपना सब कुछ दांव पर लगाकर काले कृषि कानूनों के खिलाफ लड़ाई लडऩे आया और यह लड़ाई जीतकर ही अपने गांव घर लौटेंगे। 

उन्होंने कहा कि गणतंत्र दिवस पर लाल किला में हुई देश विरोधी घटनाक्रम पर भाजपा बेनकाब हो चुकी है। दिल्ली पुलिस अभी तक घटना के मास्टर माइंड दीप सिद्धू को गिरफ्तार नहीं कर पाई। इसके उल्ट किसान नेताओं के खिलाफ बदले की भावना से मुकदमे दर्ज कर रही है, उन्हें गिरफ्तार किया जा रहा है। जबकि असली गुनहगार पुलिस की गिरफ्त से बाहर है। उन्होंने कहा कि उम्मीद है सरकार किसानों के हित को समझते हुए तीनों कानूनों को जल्द ही रद्द करने का फैसला करेगी।

Shivam