राजेश खुल्लर ने संभाला विश्व बैंक के कार्यकारी निदेशक का पद

11/4/2020 11:11:49 AM

चंडीगढ़( संजय अरोड़ा): भारतीय प्रशासनिक सेवा के 1988 बैच के अधिकारी राजेश खुल्लर ने विश्व बैंक के कार्यकारी निदेशक के तौर पर अपना नया पदभार संभाल लिया है । वाशिंगटन डीसी स्थित विश्व बैंक के मुख्यालय में खुल्लर ने हरियाणा दिवस के मौके पर एक नवम्बर को अपनी जिम्मेदारी ग्रहण की ।

उल्लेखनीय है कि हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर के करीब 5 वर्षों तक प्रधान सचिव रहे राजेश खुल्लर के केंद्र सरकार द्वारा 14 सितम्बर को प्रतिनियुक्ति पर विश्व बैंक में कार्यकारी निदेशक के रूप में नियुक्ति के आदेश जारी किए गए थे । उनकी यह नियुक्ति पद ग्रहण करने से लेकर 3 वर्षों तक के लिए की गई है, मगर खुल्लर इससे पहले ही 31 अगस्त 2023 को सेवानिवृत्त हो जाएंगे । ऐसे में वे तब तक इस पद पर बने रहेंगे । 31 अगस्त 1963 को जन्मे राजेश खुल्लर की विश्व बैंक में हुई यह अहम नियुक्ति हरियाणा के लिए तो गौरव की बात है ही वहीं वे पूरे विश्व से विश्व बैंक में नियुक्त होने वाले 25 कार्यकारी निदेशकों में से एक हैं । खुल्लर बतौर  निदेशक भारत के साथ साथ श्रीलंका, भूटान  व बंगला देश जैसे देशों का प्रतिनिधित्व भी करेंगे । 

प्रधान सचिव के रूप में जीता सबका दिल
मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव के रूप में लंबी पारी खेलते हुए 1988 बैच के आई.ए.एस. अधिकारी राजेश खुल्लर ने अपने कुशल व्यवहार, कर्तव्यनिष्ठा  व मृदुभाषी रवैये से न केवल मुख्यमंत्री का दिल जीता, बल्कि मंत्रियों व विधायकों के साथ साथ अधिकारियों व आम लोगों के दिलों में भी अपनी खास जगह बनाई ।  करीब 5 साल से हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर के प्रधान सचिव के तौर पर अपनी सेवाएं देने वाले खुल्लर 1988 से लेकर 2011 तक प्रदेश में एस.डी.एम. से लेकर विभिन्न जिलों के उपायुक्त के पद पर तैनात रहे और इसके अलावा वे कृषि व लोकसंपर्क जैसे बड़े विभागों के साथ साथ कई अन्य अहम विभागों के भी प्रमुख रहे और इन विभागों की तस्वीर बदलने की दिशा में कारगर प्रयोग किए। 7 फरवरी 2011 को राजेश खुल्लर की सेवाएं प्रतिनियुक्ति पर केंद्र सरकार को सौंप दी गई और उन्हें वित्त मंत्रालय में संयुक्त सचिव के पद पर नियुक्त कर दिया गया। इस पद पर वे फरवरी 2015 तक रहे।

2015 में हुई थी सी.एम.ओ में एंट्री
हरियाणा में भाजपा की सरकार बनने पर मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर के आग्रह पर केंद्र सरकार ने खुल्लर की सेवाएं वापस गृह राज्य हरियाणा को सौंप दी। गृह राज्य लौटते ही उनकी सीधे सी.एम.ओ में एंट्री हो गई । मूल राज्य में लौटने के बाद खुल्लर को मुख्यमंत्री का विशेष प्रधान सचिव नियुक्त किया गया और कुछ समय बाद ही नवम्बर 2015 में उन्हें मुख्यमंत्री का प्रधान सचिव तैनात कर दिया गया था । तब से लेकर अब अक्तूबर के अंतिम पखवाड़े तक वे इस पद पर तैनात रहे । यहां खास बात ये भी है कि राजेश खुल्लर संभवत: हरियाणा में ऐसे पहले आई.ए.एस. अधिकारी हैं जो मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव के पद पर सबसे अधिक लंबे समय 5 साल तक निरंतर कार्यरत रहे हैं। 

मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव के रूप में कार्य करते हुए राजेश खुल्लर ने न केवल सरकार के लिए कई अहम नीतियां बनाने में एक खास भूमिका निभाई तो वहीं इन 5 वर्षों में समय समय पर सरकार के समक्ष पैदा हुई चुनौतियों से निपटने में भी मुख्यमंत्री के मददगार साबित हुए । सरकार की मैरिट पर नौकरियों की पॉलिसी  बनाने के अलावा अनेक किसान नीतियां व मीडिया से संबंधित पालिसी बनाने में भी खुल्लर महत्वपूर्ण भूमिका में रहे ।

Isha