...तो अब RTI का जवाब भी राम रहीम से पूछकर देगी पुलिस ?

9/18/2017 3:41:53 PM

सोनीपत(पवन राठी): सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम को पूरी दुनिया अब  बलात्कारी बाबा के नाम से जानने लगी है। सभी को उसकी करतूत का  पता लग चुका है। बलात्कारी राम रहीम का आए दिन कोई न कोई नया राज सामने आ रहा है। इसी के चलते पानीपत के समालखा के रहने वाले पीपी कपूर नाम के शख्स ने रोहतक की सुनारिया जेल के अधिकारियों से आरटीआई के तहत राम रहीम के बाबत कुछ जानकारियां मांगी लेकिन जेल प्रशासन ने डेरा प्रमुख से ही पूछ लिया गया कि इन सूचनाओं की जानकारी दी जाए अथवा नहीं। डेरा प्रमुख ने अभी सहमति या असहमति नहीं जताई है, लेकिन जेल अधीक्षक ने उससे कहा है कि वह एक सप्ताह में अपनी राय से अवगत करा दे। यह अपने आप में एक अलग ही तरह का मामला है, जब दोषी से पूछा जा रहा कि उसके बारे में सूचनाएं दी जानी चाहिए या नहीं। अमूमन ऐसी सूचनाएं आरटीआई के जवाब में नहीं दी जाती, जिनसे देश की सुरक्षा को खतरा हो।

पानीपत के समालखा के रहने वाले पीपी कपूर एक आरटीआई एक्टिविस्ट है। कपूर ने बताया कि उसने सुनरिया जेल के निरीक्षक से आरटीआई सूचना मांगी थी कि कैदी गुरमीत राम रहीम को किस श्रेणी की सुविधाएं प्राप्त हैं। उसके खाने का में क्या दिया जाता है, खाने पर खर्च राशि कितनी है, जेल में उसे क्या काम दिया गया है,  जेल प्रशासन ने उसे कितने बर्तन, कपड़े, बिस्तर, ड्रेस, कुर्सी, बेड या फर्नीचर दिया है। ये सूचनाएं जेल प्रशासन के रिकॉर्ड की है। इनके देने के ऊपर कोई बैन भी नहीं है लेकिन बलात्कारी बाबा से पूछकर ये सूचनाएं न देने की साज़िश जेल प्रशासन कर रहा है। 

कपूर ने बताया कि उन्हें सूत्रों से पता चला है कि उन्हें अच्छी फैसिलिटी दी जा रही है। राम रहीम को वीआईपी सुविधाएं दी जा रही हैं। अगर जेल मंत्री और डीजीपी हरियाणा ये दावे कर रहे है कि उन्हें कोई वीआईपी ट्रीटमेंट नहीं दिया जा रहा है तो वे ये सूचना देने से क्यों कतरा रहे हैं। जेल प्रशासन और सरकार बलात्कारी को संरक्षण दे रहे हैं। कपूर ने कहा कि गुरमीत कैदी है और जनता को उसके बारे में जानने का हक है। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकारी और जेल प्रशासन के संरक्षण के चलते जेल अधीक्षक सूचना को सार्वजनिक करने में अडंगे लगा रहे हैं।