उतनी हिंसा राम रहीम समर्थकों ने नहीं की जितना आरक्षण की आड़ में कुछ लोगों ने किया: सैनी

2/14/2018 8:49:12 PM

कुरूक्षेत्र(चंद्रशेखर धरणी): सांसद राजकुमार सैनी ने पंजाब केसरी से खास बातचीत में कहा है कि हरियाणा सरकार जिस तरह एक वर्ग विशेष के आगे घुटने टेक हरियाणा में हिंसा का तांडव करने वालों के खिलाफ मुकदमे वापिस ले रही है, उसी तर्ज पर उनके समर्थकों के खिलाफ दर्ज सभी मामलों को तुरंत वापिस ले।

सैनी ने कहा कि उनके पुराने साथी रहे रोशन लाल आर्य के खिलाफ दर्ज मामले भी तुरंत वापिस लें। इस मुद्दे पर उन्होंने डीजीपी हरियाणा से भी मुलाकात कर मुकदमे वापिस लेने को कहा है। उन्होंने कहा कि जिन लोगों ने हिंसा की उनसे तो केस वापिस हो रहें हैं, जिन्होंने हिंसा को रोका लोगों की मदद की उनके ऊपर झूठे दर्ज राजद्रोह के केस वापिस न हों इस मुद्दे पर उन्होंने डी जी पी से बात की है।

सांसद सैनी ने कहा कि वह इन्ही कारणों के कारण भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह की रैली में भी नहीं जा रहे। सैनी ने कहा कि हरियाणा में तांडव करने वाले एक गुट विशेष को बिठा कर जिस प्रकार उन्हें वीआईपी ट्रीटमेंट दी जा रही है, वह दुर्भाग्यजनक है। उनका मुददा बदमाशी करने वालों के आगे नतमस्तक होना है।

सैनी ने कहा कि पंचकूला में उतनी हिंसा व तांडव राम रहीम के समर्थकों ने नहीं किया, जितना हरियाणा में आरक्षण की आड़ में कुछ लोगों ने किया, उन पर राजद्रोह जैसे संगीन धरायों में मामले दर्ज होना और जिन लोगों ने 3 दिन हिंसा, लूटमार, बलात्कार करने वाले को छोडऩा क्या न्याय संगत है? 

सैनी ने सवाल किया कि बीजपी के राष्ट्रीयध्यक्ष की रैली को चुनौती देने, ट्रैक्टर-ट्रॉलियों से मंच पर कब्जे की धमकी देने वालों के खिलाफ कार्रवाई करके मुकदमें दर्ज करने की बजाय उनसे बैठ कर बात करना समर्पण नहीं तो क्या है? इनके खिलाफ कार्रवाई न होने से जनता क्षुब्ध है, क्योंकि जिन्हें कानून का भय नहीं उनके आगे समर्पण क्यों ?

सांसद सैनी ने कहा कि 26 नवम्बर को वह जींद में रैली करके आ चुके हैं। उनकी रैली को भी उन लोगों ने रोकने की कोशिश की। जाट आरक्षण की आड़ में जिन एक गुट के लोगों द्वारा 200 करोड़ रुपये अवैध रुप से इकट्ठे करने के आरोप उन्हीं के बिरादरी के लोग लगा रहें हैं, उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई होना जरूरी है।