राज्यसभा सीट के लिए रामचंद्र जांगड़ा हो सकते है BJP के उम्मीदवार

punjabkesari.in Wednesday, Mar 07, 2018 - 02:27 PM (IST)

चंडीगढ़(धरणी): राज्यसभा की 68 सीटों के लिए 23 मार्च को वोटिंग होगी और गिनती भी उसी दिन होगी। जिसमें राज्यसभा सीट के लिए रामचंद्र जांगड़ा हो सकते है BJP के उम्मीदवार। हालांकि राज्यसभा सदस्य के नाम पर इस बार हरियाणा से केवल एक ही सीट खाली होगी। लेकिन सभी राजनीतिक दलों ने इस सीट को अपनी पाले में डालने के लिए अभी से रणनीति बनानी शुरू कर दी है। एक तरफ जहां कांग्रेस के लिए हरियाणा में खाली हो रही राज्यसभा सांसद शादीलाल बत्रा की सीट पर फिर से अपने प्रत्याशी को जिताना एक सवाल बन चुका है। वही, पूर्ण बहुमत न हो पाने के कारण इनेलो के लिए खाली हो रही एक सीट पर अपना प्रत्याशी खड़ा करना भी एक चुनौती भरा काम होगा। ऐसे में अब सबसे बड़ी चुनौती बीजेपी के सामने खड़ी हो रही है।

अगले साल लोकसभा के बाद हरियाणा में विधानसभा चुनाव भी होने है। ऐसे में बीजेपी बहुत ही सोच समझकर अपने प्रत्याशी का फैसला करने में लगी है। पार्टी के सूत्रों की माने तो पिछले कई दिनों से हरियाणा बीजेपी के साथ हाई कमान में भी हरियाणा में भी अपना प्रत्याशी घोषित करने को लेकर मंथन चल रहा है। हालांकि हाई कमान के पास कई नेताओं के नाम है। यहीं कारण है कि चुनाव में कुछ दिन बचने के बाद भी बीजेपी ने अभी तक अपने उम्मीदवार के नाम का ऐलान नहीं किया है।

बीजेपी सूत्रों की माने तो पार्टी इस समय में हरियाणा में राज्यसभा उम्मीदवार को लेकर करीब एक दर्जन नामों पर मंथन कर रही है। पार्टी की ओर से इनमें जाति और वर्ग को भी ध्यान में रखा जा रहा है। पार्टी सूत्रों की माने तो राज्यसभा की टिकट के लिए बीजेपी के हरियाणा के पूर्व प्रधान सहित कई पूर्व मंत्रियों के नाम भी शामिल है।

बीजेपी में सुधा या दव जोकि हरियाणा बीजेपी में एक अच्छी पकड़ रखने के अलावा एक जाना-पहचाना नाम है। सुधा यादव पूर्व सांसद भी रह चुकी है और केंद्र में इनकी पूरी पकड़ है इसलिए इनके राज्यसभा में जाने के ज्यादा आसार है। वहीं सीएम मनोहर लाल के ओएस़डी रहे जवाहर यादव के नाम भी चर्चा में है। इसके अलावा पिछडा वर्ग से रामचंद्र जांगड़ा, जोकि पिछड़ा वर्ग कल्याण बोर्ड के चेयरमैन है औऱ बीजेपी पिछड़ा वर्ग प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष भी रहे है।

रामचंद्र जांगडा कुछ वर्ष पहले ही भाजपा में आये थे। इनके साथ-साथ हरियाणा में हरकोफैड के चेयरमैन नियुक्त किए गए रामेश्वर चौहान का नाम शामिल है। रामेश्वर चौहान 46 साल से आरएसएस से जुड़े हुए है। इतना ही नहीं उन्हें सीएम मनोहर लाल और राज्य प्रभारी अनिल जैन का भी करीबी माना जाता है। चौहान बीजेपी पिछड़ा वर्ग प्रकोष्ठ के संस्थापक  प्रदेशाध्यक्ष भी रहे। इसके अलावा 2000 और 2005 में उन्होंने विधानसभा चुनाव भी लड़ा।


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Recommended News

Related News

static