रणजीत चौटाला ने कांग्रेस पर साधा निशाना, बोले- मल्लिकार्जुन खड़ेंगे भी कांग्रेस में नहीं कर सकेंगे कोई बदलाव

10/20/2022 1:16:24 PM

सिरसा (सतनाम) : कांग्रेस पार्टी द्वारा कल कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मल्लिकार्जुन खड़ेंगे को कांग्रेस अध्यक्ष बनाया गया है जहां उनके अध्यक्ष बनने पर जश्न मनाया जा रहा है। वहीं हरियाणा सरकार में कैबिनेट मंत्री चौधरी रणजीत सिंह चौटाला ने खड़ेंगे पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस का अध्यक्ष कोई भी बने, इससे कोई फर्क नहीं पड़ता है। अब खड़ेंगे को अध्यक्ष बनाया गया तो खड़ेंगे भी कांग्रेस में कोई बदलाव नहीं कर सकेंगे। उन्होंने कहा कि खड़ेंगे का अपने राज्य में ही कोई आधार नहीं है हालांकि वह कांग्रेस के दिग्गज नेता रह चुके है। 

रणजीत सिहं चौटाला ने कहा कि कांग्रेस अब धीरे धीरे ख़त्म हो रही है। कांग्रेस पार्टी पहले कभी बड़ी पार्टी हुआ करती थी, लेकिन अब कांग्रेस का कही पर भी जिक्र नहीं रहा है। उन्होंने कहा कि देश के अनेक राज्यों में कांग्रेस अपना वर्चस्व खो रही है। कांग्रेस देश के अधिकतर राज्यों में सत्ता से बाहर हो गई है। 

उन्होंने कहा कि सिरसा जिला परिषद के चुनाव में भाजपा समर्थित उम्मीदवार ही जीत हासिल करेंगे। उन्होंने कहा कि हालांकि अभी तक भाजपा ने अपने उम्मीदवार जिला परिषद चुनाव को लेकर मैदान में नहीं उतारे है लेकिन भाजपा समर्थित उम्मीदवार ही जीत हासिल करेगा। उन्होंने कहा कि भाजपा अपने उम्मीदवार को सिंबल पर चुनाव नहीं लड़वाएगी लेकिन जिला परिषद के चुनाव पर लोकल इकाई पर फैसला छोड़ दिया गया है। उन्होंने कहा कि पंचायत चुनाव में लोग भाईचारे के तहत ही फैसला ले लेंगे। उन्होंने कहा कि कई जगहों पर भाईचारे को कायम रखते हुए ही सर्व समिति से पंचायत चुन ली जाती है। 

वहीं आदमपुर को कांग्रेस द्वारा अपना गढ़ बताने के दावे पर पलटवार करते हुए रणजीत सिंह चौटाला ने कहा कि आदमपुर कभी भी कांग्रेस का गढ़ नहीं रहा है। उन्होंने भी 2008 में कांग्रेस की टिकट से आदमपुर में चुनाव लड़ा था और उस समय चौधरी भजन लाल कांग्रेस छोड़कर हरियाणा जनहित कांग्रेस की टिकट पर चुनाव लड़कर जीते थे। उन्होंने कहा कि आदमपुर भजन लाल परिवार का ही गढ़ माना जाता है और हलके में भजन लाल परिवार का काफी रुतबा है। उन्होंने कहा कि आदमपुर उपचुनाव में भव्य बिश्नोई की ही जीत होगी। 

इस दौरान राम रहीम की पैरोल को लेकर कांग्रेस द्वारा आपत्ति जाहिर करने पर रणजीत ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि राम रहीम की पैरोल और आदमपुर उपचुनाव एक साथ होना सिर्फ इत्तेफाक है। उपचुनाव को लेकर राम रहीम को पैरोल नहीं दी गई है। उन्होंने कहा कि यह कोर्ट का मामला है। राम रहीम ने संबंधित अथॉरिटी से पैरोल की अर्जी लगाई थी। राम रहीम को पैरोल देने में जेल विभाग का कोई रोल नहीं है। पैरोल मिलने के ऑर्डर मिलने के बाद जेल प्रशासन ने राम रहीम को जेल से बाहर निकाला गया है। जेल प्रशासन पर जेल में राम रहीम की रखवाली और देखरेख करने की जिम्मेवारी होती है। राम रहीम के जेल से बाहर आने के बाद संबंधित अथॉरिटी ही देखरेख करती है। 

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Content Writer

Manisha rana